शिक्षक दिवस के पूर्व मानगो में धूमधाम से मनाया गया शिक्षक सम्मान समारोह
शिक्षक के कारण ही चांद और सूरज भी भारत के मुट्ठी में : विकास सिंह
जमशेदपुर। शिक्षक दिवस के पूर्व रविवार के दिन बाबा बैद्यनाथ सेवा संघ की ओर से मानगो डिमना रोड के राजस्थान भवन में शिक्षक सम्मान समारोह का आयोजन किया गया । कार्यक्रम में सैकड़ो की संख्या में प्राथमिक, मध्य, उच्च विद्यालय के साथ-साथ इंटर और डिग्री कॉलेज के शिक्षक एवं शिक्षिकाएं उपस्थित हुए । कार्यक्रम की शुरुआत सर्वपल्ली राधाकृष्णन के चित्र में अतिथियों के द्वारा दीप प्रज्वलित एवं पुष्प अर्पित कर किया गया । कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में कोल्हान के पूर्व डीआईजी राजीव रंजन सिंह, कोल्हन यूनिवर्सिटी के पूर्व वाइस चांसलर गंगाधर पांडा, मोतीलाल नेहरू पब्लिक स्कूल के अध्यक्ष प्रोफेसर डी.पी शुक्ला कोल्हन यूनिवर्सिटी के कुल शासक प्रोफेसर एम.के.खान उपस्थित थे। कार्यक्रम के शुरुआत में बच्चों के द्वारा स्वागत गीतगाकर आए हुए सभी लोगों का स्वागत किया इसके साथ ही समाज को सुधारने में शिक्षक की भूमिका का भी नाट्य मंचन किया गया । कार्यक्रम के संयोजक विकास सिंह ने सभी शिक्षकों का सम्मान करते हुए शिक्षक का महत्व और भारत को विश्व गुरु बनाने में शिक्षकों के योगदान के बारे में कहा की आज शिक्षकों की देन है कि उनके पढ़ाए गए वैज्ञानिक बने विद्यार्थियों ने चांद और सूरज को भी भारत के मुट्ठी में लाकर रख दिया । कोल्हन यूनिवर्सिटी के पूर्व वॉइस चांसलर गंगाधर पांडा ने रामायण और गीता में भी शिक्षकों का वर्णन किस रूप में किया है उसपर विस्तृत जानकारी उपस्थित शिक्षक और शिक्षकों को दिया । और पूर्व डीआईजी राजीव रंजन सिंह ने अपने संबोधन में बताया कि उन्होंने अपने जीवन की करियर की शुरुआत शिक्षक के रूप में की थी शिक्षक की ईमानदारी पर ही किसी भी देश का भविष्य टिका हुआ है । प्रोफेसर डी.पी शुक्ला ने एवं एम.के खान ने भी कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जीवनी में प्रकाश डाला । कार्यक्रम के संयोजक विकास सिंह ने सभी आए हुए शिक्षक एवं शिक्षिकाओं को चरण स्पर्श कर बाबा बैधनाथ सेवा संघ का प्रतीक चिन्ह देखकर सम्मानित किया । कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान गाकर किया गया । कार्यक्रम में मुख्य रूप से विकास सिंह ,छोटेलाल सिंह,राजीव रंजन सिंह, प्रो.गंगाधर पांडा, प्रो. डी.पी.शुक्ला, प्रो एम.के खान, प्रो.ए.पी सिंह, डा.रीता मिश्रा, प्रो.यू पी सिंह, शंभु कुमार सिंह, के.पी.सिंह,सबिता गोस्वामी, अनिल शर्मा,दीपक दत्ता, जटा शंकर पांडे,मनमोहन गांधी, अमर सिंह, प्रो.मोबिन खान, प्रो.एन.पी.सिंह, प्रो.तरुण महतो,मधुकर कुमार, उमा महतो,अभय श्रीवास्तव,पप्पु शंकर, रविंद्र तिवारी, पंकज कुमार, विनोद यादव, उत्तम कुमार, अलका रानी प्रधान, रफत आला, ईश्वर चंद्र, ज्वाहर प्रसाद, आलोक मिश्रा, नवनीत सिंह, राकेश पांडे, सैकड़ो शिक्षक और शिक्षिका उपस्थित थे ।