शहर पहुंची स्वर्णिम विजय मशाल यात्रा, जगह-जगह जोरदार स्वागत, गूंजते रहे ‘भारत माता की जय’ व ‘वंदे मातरम’ के गगनभेदी नारे।
आलोक पांडेय
जमशेदपुर. 1971 युद्ध व इस युद्ध में भारत विजय के 50 वर्ष पूरे होने पर पूरा देश स्वर्णिम विजय वर्ष मना रहा है. इस उपलक्ष्य में स्वर्णिम विजय मशाल यात्रा रविवार दोपहर जमशेदपुर पहुंची. विक्ट्री लैंप का जमशेदपुर आर्मी, पूर्व सैनिक सेवा परिषद के सैनिकों के साथ स्थानीय देशभक्त लोगों ने यहां गर्मजोशी से स्वागत किया. आगंतुकों के स्वागत के बाद स्वर्णिम विजय मशाल धीरे-धीरे डिमना से मानगो चौक की तरफ रवाना हुआ और मरीन ड्राइव होते हुए आर्मी कैम्प पहुंचा.
इस बीच जगह-जगह पर स्थानीय देशभक्तों, समाजिक संस्थाओं और राजनीतिक पार्टियों के लोगों स्वर्णिम विजय मशाल एवं उसमें शामिल सैन्य पदाधिकारियों का स्वागत एवं अभिनंदन किया. उसके बाद यहां सोनारी स्थित आर्मी कैंप में मशाल को सलामी दी गयी. इस दौरान जहां सड़कों के किनारे कतारबद्ध लोगों ने मशाल का स्वागत कर अपनी देशभक्ति का इजहार किया, वहीं पूर्व सैनिक सेवा परिषद के बैनर तले पूर्व (सेवानिवृत्त) सैनिकों ने भी मशाल की शान में अपनी उपस्थिति दर्ज करायी. दूसरी ओर भाजपा नेता विकास सिंह ने अपने साथियों के साथ जमकर किया स्वागत. विकास सिंह ने विजय का प्रतीक अग्नि मशाल में पुष्प अर्पित किया. इस अवसर पर सभी धर्म और समुदाय के लोग एकत्रित होकर भारत माता की जय और वंदे मातरम का गगनभेदी नारा लगाकर अग्नि मशाल का जोरदार स्वागत कर रहे थे. यह मशाल यहां आर्मी कैंप में चार दिनों तक रहेगी. इस दौरान विभिन्न कार्यक्रम होंगे व जमशेदपुर वासियों को 1971 के युद्ध की गाथा से अवगत कराया जायेगा.
मशाल को जमशेदपुर आर्मी कैंप के स्टेशन कमांडर कर्नल रजत कुमार ने रिसीव किया और पूरे सम्मान से साथ कैंप में स्थापित किया गया. इस दौरान एक रंगारंग कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया, जिसमें शहर के प्रमुख पदाधिकारी व नागरिक उपस्थित थे. इस दौरान 1971 के वार वेटरंस को सम्मानित किया गया. उन्होंने उपस्थित लोगों के बीच अपने अनुभव साझा किये. 1 जम्मू कश्मूर लाइट इंफेंट्री और सिख रेजिमेंटर सेटर के पाइप बैंड ने कार्यक्रम में चार चांद लगा दिया.