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शुआट्स का 13वाँ दीक्षान्त समारोह मनाया गया

नेहा तिवारी
नैनी/प्रयागराज। सैम हिग्गिनबॉटम कृषि, प्रौद्योगिकी एवं विज्ञान विश्वविद्यालय, प्रयागराज का 13वाँ दीक्षान्त समारोह बृहस्पतिवार को आयोजित हुआ जिसके मुख्य अतिथि मलंकारा आर्थोडक्स सीरियन चर्च के मेट्रोपोलिटन गीवर्गीज मार कोरिलॉस थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए शुआट्स कुलाधिपति डा. जे.ए. ओलीवर ने 13वें दीक्षान्त समारोह की उद्घोषणा की जिसके बाद समारोह प्रारम्भ हुआ।
कुलपति मोस्ट रेव्ह प्रो. राजेन्द्र बी. लाल ने इलाहाबाद एग्रीकल्चरल इंस्टीट्यूट के डीम्ड विश्वविद्यालय एवं विश्वविद्यालय बनने के अनुभव को साक्षा करते हुए कहा कि हमेक्षा लक्ष्य को स्पष्ट रखकर उसी के मुताबिक कार्य करने पर निश्चित सफलता मिलती है। सदैव ईमानदारी व समर्पणता के साथ कार्य करना चाहिये और किसी प्रकार अपेक्षा नहीं करनी चाहिये। उन्होंने बाईबल वचन साझा करते हुए कहा कि प्रभु यीशु मसीह पर विश्वास करने वाले परमेश्वर राज्य के अधिकारी होंगे। उन्होंने कहा कि सुख में आपके इर्द-गिर्द सभी मित्र रहेंगे लेकिन कठिन समय में परिचित भी साथ छोड़ देते हैं लेकिन परमेश्वर विश्वासियों का साथ कभी नहीं छोड़ता। इसलिये परमेश्वर के बताये सत्य के मार्ग पर चलना चाहिये। कुलपति ने डिग्री प्राप्तकर्ताओं को सत्य, ईमानदारी, राष्ट्रसेवा, भूखे को भोजन भूमि की सेवा तथा ईश्वर, मातृ संस्था व राष्ट्र के प्रति वफादार रहने की शपथ दिलाई।
मुख्य अतिथि गीवर्गीज मार कोरिलॉस ने शुआट्स को महान संस्थान बताते हुए कहा कि यहां के डिग्रीहोल्डर्स विदेशों में अपनी सेवा देकर संस्थान का गौरव बढ़ा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सफलता के साथ एक अच्छा चरित्र निर्माण का होना भी अति आवश्यक है। उन्होंने प्रभु की सेवा, समाज की सेवा और देश सेवा का संदेश भी दिया। उन्होंने कहा कि यदि हम स्वयं को आगे बढ़ने, गीतशील होने पर जोर देंगे तो सफलता निश्चित मिलेगी। मुख्य अतिथि ने शुआट्स द्वारा विकसित अलसी की प्रजाति शुआट्स अलसी-5 को स्व0 प्रो. डा. सुरेश बाबू को समर्पित किया एवं फेकल्टी सदस्यों द्वारा लिखी नवीन किताब का विमोचन भी किया।
कुलाधिपति डा. जे.ए. ओलीवर ने सभी डिग्री एवं मेडल प्राप्तकर्ताओं को बधाई दी एव उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। उन्होंने छात्र-छात्राओं को पूरे विश्व में सुख व समृद्धि लाने के लिये योगदान देने की बात कही।
कुलसचिव प्रो0 डा. रॉबिन एल. प्रसाद ने सभी अतिथिगणों का स्वागत किया। प्रति कुलपति (शैक्षिक) प्रो.डा. जोनाथन ए. लाल ने मुख्य अतिथि सहित गणमान्य अतिथिगणों का परिचय साझा करते हुए उन्हें डॉक्टरेट की मानद उपाधि दिये जाने का सम्बोधन किया जिसमें बिशप ग्रेगोरियस मार स्टीफन्स इपीसकोपा, इटली के पूर्व राजदूत कालारिकल प्रान्चू फेबियन, प्रो. जॉर्ज मंचेरी को कुलपति प्रो. राजेन्द्र बी. लाल ने डॉक्टरेट की मानद उपाधि प्रदान कर सम्मानित किया।
निदेशक कैम्पस मिनिस्ट्री डा. सुधा लाल एवं डा. इंदिरा वसन्था ने विभिन्न श्रेणी के पुरस्कार विजेताओं को पदक प्रदान किया जिसमें स्व0 रेव्ह. गुलजारी लाल मेमोरियल श्रेष्ठ यू0जी0 पुरस्कार आयुषी श्रीवास्तव, वर्णित अग्रवाल, आकृति साक्षी को दिया गया। स्व. मनीष जैकब मेमोरियल श्रेष्ठ दिव्यांग पुरस्कार शिवांशु गुप्ता, केसिटी नरसिम्हा, विवेक सिंह को दिया गया। फोरेंसिक साइंस में लक्ष्मी राव मेमोरियल श्रेष्ठ छात्रा का पुरस्कार कु0 सुमाया, शिवांगी जोशी, पल्लव कुमारी एवं सेजल केसरवानी को दिया गया।
कोविड महामारी के बाद आयोजित दीक्षान्त समारोह में वर्ष 2019, 2020, 2021 व 2022 के पासआउट छात्र-छात्राओं को स्नातक की 6485, परास्नातक की 6890, पीएचडी की 388 एवं डिप्लोमा की 355 उपाधियाँ वितरित की गईं एवं सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले उत्कृष्ट छात्र-छात्राओं को 411 स्वर्ण एवं रजत पदक वितरित किये गये। साथ ही यू0एस0ए0, नेपाल, घाना, लीबिया, इराक, भूटान आदि के 121 अंतर्राष्ट्रीय छात्रों को भी डिग्री वितरित की गयी। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान से हुआ।
कार्यक्रम में प्रति कुलपति (प्रशासन) प्रो. डा. एस.बी. लाल, प्रति कुलपति (पीएमडी) प्रोे. रेव्ह. सर्वजीत हरबर्ट, डा. एस.ए. ब्राउन, प्रो0 ए.के.ए. लॉरेन्स सहित फेकल्टी सदस्य व कर्मचारीगण तथा छात्र-छात्रा एवं उनके अभिभावकगण उपस्थित थे।

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