विश्व रंगमंच दिवस के अवसर पर नाट्य संस्था “पथ : पीपुल्स एसोसिएशन फॉर थियेटर” द्वारा संगोष्ठी एवं नाटक का हो रहा मंचन
विश्व रंगमंच दिवस मनाने का उद्देश्य:
जमशेदपुर;अंतर्राष्ट्रीय रंगमंच दिवस की स्थापना 1961 में नेशनल थियेट्रिकल इंस्टीट्यूट द्वारा की गई थी। तब से यह प्रति वर्ष 27 मार्च को विश्वभर में मनाया जाता है। इस दिवस का एक महत्त्वपूर्ण आयोजन अंतर्राष्ट्रीय रंगमंच संदेश है, जो विश्व के किसी जाने माने रंगकर्मी द्वारा रंगमंच तथा शांति की संस्कृति विषय पर उसके विचारों को व्यक्त करता है।
रंगमंच के इसी उद्देश्य को लेकर पथ संस्था हर साल इस दिवस को मानता आ रहा है। पथ की स्थापना भी 27 मार्च 1996 विश्व रंगमंच दिवस के दिन ही हुआ। पथ के संस्थापक मो. निज़ाम और सहकर्मी छवि दास जी ने रंगमंच को अपना जीवन समर्पित कर दिया और अपनी नाट्य संस्था पथ के माध्यम से लगातार रंगकर्म को आगे बढ़ाने के लिए कार्यरत है।
हर साल की तरह इस साल भी, नाट्य संस्था पथ विश्व रंगमंच दिवस के अवसर पर समारोह का आयोजन कर रही है , जिसमें से पहला कार्यक्रम संगोष्ठी रखा गया है जिसमें वर्तमान रंगमंच के समक्ष आ रही चुनौतियों के विषय पर परिचर्चा होगी। जमशेदपुर के रंगमंच को काफी चुनौतियों का सामना करना पड़ा है और समय के साथ साथ ये चुनौतियां कहीं ना कहीं बढ़ती ही जा रही हैं। इस गोष्ठी के माध्यम से इन चुनौतियों के समाधान पर भी चर्चा होगी जिससे जमशेदपुर के रंगमंच को आगे बढ़ाया जा सके।
संगोष्ठी के अलावा वर्तमान के सशक्त नाटककार कामतानाथ द्वारा लिखित नाटक संक्रमण का मंचन किया जायेगा । इस नाटक के माध्यम से विभिन्न पीढ़ियों के बीच होने वाली मानसिक भेद को दर्शाया गया है। यह बताने की कोशिश की गई कि बच्चे किस तरह उनके वर्तमान समय में अपने माता पिता की बातों को गलत समझते हैं, लेकिन एक समय ऐसा भी आता है, कि जब उनके जीवन में उनके साथ माता-पिता मौजूद नहीं होते, और उस समय बच्चों को उनके माता पिता की सिखाई हर बात याद आती है और तब उनकी दी गई शिक्षा को निभाते है और हर नई पीढ़ी इसी संक्रमण के साथ आगे बढ़ती है।
इस कार्यक्रम में जमशेदपुर रंगमंच के रंगकर्मी सम्मिलित होंगे।