FeaturedJamshedpurJharkhand

विधायक सरयू राय और टाटा स्टील के ऋतुराज के साथ जन समस्याओं को लेकर हुई बैठक


जमशेदपुर। टाटा स्टील युआईएसएल के प्रबंध निदेशक श्री रितुराज सिन्हा के साथ आज हुई बैठक में जमशेदपुर की नागरिक सुविधाओं ख़ासकर पेयजल आपूर्ति एवं सफ़ाई के विषय में वार्ता हुई. निम्नांकित निष्कर्ष सामने आए ः-
1. चहारदीवारी का काम पूरा हो जाने के बाद अब भुईयाडीह, लाल भट्ठा, बाबूडीह आदि क्षेत्रों की जलापूर्ति योजना पर शीघ्र तेज़ी से काम शुरू होगा, पाईप लाईन बिछना शुरू होगा। कमोबेश एक साल का समय काम पूरा होने में लगेगा।
2. लिट्टी चौक से नदी की ओर जाने वाली सड़क बनने पर लाल भट्टा -बाबूडीह -भुईयाडीह के सामने नाला पर तीन पुलिया बनेगी ताकि यातायात निकासी का वैकल्पिक मार्ग इस इलाक़े के लोगों को मिले। उल्लेखनीय है कि यही से एनएच 33 को जोड़ने के लिए नदी पर पुल बनने वाला है।
3. जोजोबेडा इलाक़ा के लिए जलापूर्ति की योजना 6 माह में पूरा हो जाएगी। दिसंबर-जनवरी से पानी का फार्म भरना शुरू हो जाएगा।तबतक इस क्षेत्र को पहले की तरह पानी मिलेगा. पानी का फ्लो कम नहीं होगा।
4. जलापूर्ति की दिशा बदल जाने के कारण प्रेम नगर में पेयजल का प्रवाह कम हो गया है। इसे पहले की तरह किया जाएगा।5. बड़ा नाला बनाने सहित बर्मामाइंस क्षेत्र की क़रीब एक दर्जन जनसुविधा योजनाएँ बनाने पर उनकी सहमति मिली। 6. काशीडीह रोड नं॰ एक बगान एरिया के नाला सफ़ाई कराने का आश्वासन उन्होंने दिया . इस नाला की सफाई विगत आठ वर्षों से नहीं हुई है। 7. जिन बस्तियों में जलापूर्ति पाईप बिछ गया है उनमें उपभोक्ता फार्म भरने के काम में तेजी लाई जाएगी और पानी दिया जाएगा। 8. मैंने अपनी इंदौर नगरपालिका की तीन दिवसीय अध्ययन यात्रा का संक्षेप में अनुभव बताया और कहा कि इंदौर पोस्ट ग्रैजुएट कर रहा तो हम नर्सरी में है तो इसपर श्री रितुराज के अनुसार दो साल के भीतर जमशेदपुर में सिवरेज ट्रीटमेंट, घर घर से कचरा लेने एवं कचरा निष्पादन की दिशा में बड़ी सफलता मिल जाएगी।
9. मैंने जमशेदपुर के लिए स्वच्छ पेयजल आपूर्ति की दीर्घकालीन व्यवस्था के लिए सीधे चांडिल डैम का पानी सतनाला एवं डिमना लेक के माध्यम से लेने और नदी का पानी औद्योगिक एवं अन्य उपयोग के लिए करने का प्रस्ताव रखा। उन्होंने नदी में उंचा वीयर खड़ा करने का विकल्प बताया. मैंने जनहित मे दोनों विकल्पों के लाभ एवं लागत अनुपात का गहन अध्ययन कराने का सुझाव उन्हें दिया।
10. मैंने शहर में यातायात नियंत्रण के बिन्दुओं पर भी चर्चा की और समाधान निकालने का अनुरोध किया और कहा कि लिट्टी चौक -एनएच 33 पुल एवं पथ निर्माण तथा अन्ना चौक -पीपला ऊपरी पथ (एलिवेटेड कॉरिडोर निर्माण के बाद जमशेदपुर में यातायात काफ़ी सुगम होगा. इन दोनों परियोजनाओं के लिए टाटा स्टील अपने ज़मीन का अनापत्ति प्रमाण पत्र देने के लिए तैयार है। इससे अब इनके निर्माण की समस्त बाधाएँ दूर हो गई।

Related Articles

Back to top button