विधाता की श्रेष्ट कृतियों में एक थे जमशेद जी नसरवानजी टाटा : राजेश शुक्ल
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जमशेदपुर। झारखण्ड स्टेट बार कौंसिल के वाईस चेयरमैन और राज्य के सुप्रसिद्ध वरिष्ठ अधिवक्ता श्री राजेश कुमार शुक्ल ने कहा है कि टाटा स्टील के संस्थापक जमशेद जी नसरवान जी टाटा विधाता के श्रेष्ठ कृतियों में एक थे जिन्होंने देश मे औद्योगिक जगत को प्रणेता के रूप में मार्गदर्शन किया और एक उच्च आदर्श और मानदण्ड स्थापित किया।
श्री शुक्ल ने आज जमशेदपुर के पोस्टल पार्क में कोल्हान के सैकड़ो प्रमुख अधिवक्ताओं के साथ जाकर उनकी प्रतिमा पर माल्यापर्ण कर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित करने के बाद कहा कि देश को आत्मनिर्भर बनाने में जमशेदजी नसरवान जी टाटा के औद्योगिक सिद्धान्त आज ज्यादा प्रासंगिक और कारगर है। उस पर चलकर देश की युवा पीढ़ी और भी सशक्त तथा आत्मनिर्भर बन सकती है।
श्री शुक्ल ने इस अवसर पर टाटा समूह की प्रशंसा करते हुए कहा कि टाटा समूह टाटा साहब के सामाजिक दायित्व को निभाने के सिद्धांत पर आज भी अग्रसर है। श्री शुक्ल ने इसके लिए टाटा समूह के मार्गदर्शक पूर्व चेयरमैन श्री रतन टाटा और टाटा स्टील के प्रबंध निदेशक श्री टी वी नरेंद्रन को बधाई दिया है जिन्होंने जमशेदपुर में आधारभूत संरचना बढ़ाने में हमेशा शानदार कीर्तिमान बनाया है। श्री शुक्ल ने आशा व्यक्त किया है कि टाटा स्टील इसी प्रकार औद्योगिक जगत में अपना नाम विश्व मे उच्च स्थान पर रखेंगा तथा जमशेदपुर का नाम सदैव विश्व के औद्योगिक नक्से में सबसे उपर रहेंगा।