लव जिहाद व मतांतरण से खतरे में हिंदू धर्म, जागरूक हो जाएं : परांडे

जमशेदपुर । बिष्टुपुर के माइकल जॉन ऑडिटोरियम में बुधवार को आयोजित राम उत्सव कार्यक्रम में विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री मिलिंद परांडे ने देश में हो रहे हिंदू मतांतरण पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि एक सुनियोजित साजिश के तहत हिंदू महिलाओं को लव जिहाद का शिकार बनाया जा रहा है, वहीं ईसाई मिशनरियां भी अपने-अपने तरीके से मतांतरण में जुटी हैं।
मिलिंद परांडे ने कहा कि जुलाई 2023 में संसद में एक सवाल के जवाब में गृह विभाग ने बताया था कि ढाई साल में देश से करीब 13 लाख महिलाएं गायब हुईं। इनमें से तीन लाख 18 साल से कम उम्र की थीं और 10 लाख महिलाएं 18 साल से ऊपर की। उन्होंने दावा किया कि इनमें से लाखों महिलाएं लव जिहाद की शिकार हुई हैं।
उन्होंने कहा कि झारखंड का सिमडेगा जिला अब ईसाई बहुल हो गया है और देश के तीन राज्यों में हिंदू अब अल्पसंख्यक हो चुके हैं। उन्होंने पश्चिम बंगाल का उदाहरण देते हुए कहा कि एक समय था जब वहां काली पूजा प्रमुख थी, लेकिन इस बार रामनवमी के मौके पर 24 से अधिक शोभायात्राएं निकलीं और पूरा बंगाल राममय हो गया।
परांडे ने कहा कि अयोध्या में श्रीराम मंदिर के निर्माण के बाद पूरे देश में हिंदू जागरण तेज हुआ है। राम उत्सव जैसे कार्यक्रमों के आयोजन से यह भावना और मजबूत हो रही है।
उन्होंने धर्म की रक्षा को आवश्यक बताते हुए कहा कि विभाजन के समय 20 लाख हिंदू और 14 लाख मुसलमान मारे गए थे। विभाजन इसीलिए हुआ क्योंकि कई क्षेत्रों में हिंदू अल्पसंख्यक हो गए थे। आज भी विदेशी फंडिंग से कई संस्थाएं हिंदुओं का मतांतरण कर रही हैं।
रामायण की पूतना कथा का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि कुछ ताकतें मातृत्व के भेष में विनाश की योजना बना रही हैं, लेकिन अब जागने का समय आ गया है। उन्होंने हिंदुओं से जातिवाद छोड़ने और एकजुट होने की अपील की।
उन्होंने पारिवारिक विघटन पर भी चिंता जताई। बताया कि लखनऊ में एक साल में फैमिली कोर्ट में 10,000 से ज्यादा मामले दर्ज हुए हैं। आज जरूरत है कि हम भगवान राम के आदर्शों को अपनाएं और रिश्तों को मजबूती दें।