रोमांचक फाइनल में सुपर किंग्स-टिनप्लेट को हरा गबरू-मानगो ने जीता सीएलएस का खिताब
हीरा बने सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज़, तजिंदर सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज़, करण रहे मैन ऑफ़ द सीरीज
जमशेदपुर। गबरू-मानगो ने शानदार खेल का प्रदर्शन करते हुए रोमांचक फाइनल मैच में सुपर किंग्स-टिनप्लेट को पांच रनों से हरा कर प्रथम क्रिकेट लीग फॉर सिख (सीएलएस) का खिताब जीत लिया। गबरू-मानगो के हीरा को सर्वश्रेष्ठ बैटर, साकची के तजिंदर को सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज और सुपर किंग्स-टिनप्लेट के करण को सीएलएस श्रृंखला का मैन ऑफ़ द सीरीज चुना गया। सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी (सीजीपीसी) के तत्वाधान में आर्मरी मैदान में आयोजित तीन-दिवसीय क्रिकेट लीग फॉर सिख (सीएलएस) का शनिवार को तीसरा दिन था। सीएलएस श्रृंखला के सभी मैच आर्मरी मैंदान में खेले गए।
शनिवार को खेले गए फाइनल मुकाबले में सुपर किंग्स-टिनप्लेट ने टॉस जीतकर पहले क्षेत्ररक्षण करने का फैसला किया। पहले बल्लेबाजी करते हुए 10 ओवर के फाइनल मैच में गबरू-मानगो की टीम ने सम्मानजनक 130 रन आठ विकेट के नुकसान पर बनाये। हीरा ने शानदार बल्लेबाजी का प्रदर्शन करते हुए जोरदार (44), जगदीप (22) और जसराज (30) रनो का योगदान दिया। जगराज ने सुपर किंग्स-टिनप्लेट के लिए तीन तथा करण और जसवंत ने दो-दो विकेट लिए लकी को एक विकेट मिला।
जवाबी पारी खेलने आयी सुपर किंग्स-टिनप्लेट ने संघर्षपूर्ण पारी खेली परन्तु उतार चढाव वाले मैच में निर्धारित लक्ष्य तक पहुंचने में नाकामयाब रही और केवल 126 रन ही बना सकी। करण ने सुपर किंग्स-टिनप्लेट के लिए सर्वाधिक 45 रन जोड़े जबकि गुरप्रीत (24) और जगराज ने (13 ) रन का योगदान दिया। गबरू-मानगो की ओर से गोविंदा ने दो और हीरा, जगदीप और हैप्पी पनेसर ने एक-एक विकेट लिया।
फाइनल का मैन ऑफ द मैच हीरा को चुना गया। साकची सुपर सिंग्स के तजिंदर को सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज़ होने का गौरव प्राप्त किया जबकि गबरू-मानगो के हीरा को श्रृंखला का सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज़ चुना गया। अपने लम्बे-लम्बे छक्कों के लिए मशहूर सुपर किंग्स-टिनप्लेट के करण को मैन ऑफ़ द सीरीज बने।
श्रृंखला के सभी मैचों में अंपायर की भूमिका देवराज सरकार व डांसिंग अंपायर ताइबू ने निभाई जबकि स्कोरर राहुल कुमार थे। इससे पूर्व सेमीफइनल में गबरू-मानगो की टीम ने केसरी जोधे-राउरकेला और सुपर किंग्स-टिनप्लेट ने साकची सुपर सिंग्स को हराकर फाइनल में प्रवेश किया था ।
जमशेदपुर समाजसेवी अमरप्रीत सिंह काले मुख्य अतिथि के रूप में फाइनल मैच में शामिल हुए। लेकिन किसी अनिवार्य कार्य के कारण उन्हें जल्दी जाना पड़ा इससे पूर्व उन्होंने अपने सम्बोधन में काले ने कहा खेल आपसी भाईचारा और एकता को बढ़ावा देता है। उन्होंने आयोजन समिति को बधाई भी दी। उन्होंने कहा सिखों के लिए आयोजित यह प्लेटफॉर्म एक अच्छी पहल है, इसके सफलता इसी से जाहिर होती है की सभी खिलाडी इस कड़ी धुप में भी पूरी सिद्दत के साथ खेल रहे हैं।
झारखण्ड राज्य गुरुद्वारा कमिटी के प्रधान सह सीजीपीसी के चेयरमैन सरदार शैलेन्द्र सिंह ने भी सम्मानित अतिथि के रूप में उपस्तिथि दर्ज करा खिलाडियों की हौसला अफजाई की। सरदार शैलेन्द्र सिंह ने कहा खेल जीवन से नकारत्मकता नष्ट करते हैं इसलिये युवाओं को हमेशा खेल से जुड़े रहना चाहिए। प्रतियोगिता के कोर कमिटी सदस्य अमरजीत सिंह, गुरचरण सिंह बिल्ला, सुखदेव सिंह बिट्टू, सुखवंत सिंह सुक्खू ने कहा कि सीजीपीसी के बैनर तले यह एक प्रयोगात्मक शुरुआत की जा रही है, जल्द ही अन्य खेल के आयोजनों पर भी कमिटी विचार कर रही है। अंत में विजेता व उपविजेता टीम को ट्राफी और नकद पुरस्कार तथा सभी खिलाड़ियों को व्यक्तिगत ट्रॉफी देकर पुरस्कृत किया गया। स्वागत भाषण महासचिव अमरजीत सिंह ने दिया जबकि मंच संचालन सुखवंत सिंह सुखु ने किया।
सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के महासचिव अमरजीत सिंह व गुरुचरण सिंह बिल्ला, कोषाध्यक्ष गुरनाम सिंह बेदी, सेंट्रल सिख नौजवान सभा के प्रधान अमरीक सिंह, सुखदेव सिंह बिट्टू, अर्जुन सिंह वालिया, जगजीत सिंह जग्गा, सलाहकार परविंदर सिंह सोहल, कुलविंदर सिंह पन्नू, सुखविंदर सिंह राजू, जसवंत सिंह जस्सू , करण भाटिया, हरदीप सिंह, सुरेंदर सिंह शिंदे, बलकार सिंह, सुखवंत सिंह सुखु, परमजीत सिंह रोशन, सुरजीत सिंह, जगतार सिंह नागी, गुरशरण सिंह, गुरमीत सिंह राजी, हरविंदर सिंह जमशेदपुरी, त्रिलोचन सिंह, सतबीर सिंह गोल्डू, जितेंदर सिंह शालू, सेंट्रल सिख स्त्री सत्संग सभा की प्रधान रविंदर कौर, चेयरमैन कमलजीत कौर, सुखजीत कौर, संरक्षक दलबीर कौर, महासचिव सुखवंत कौर, जोगिंदर कौर समेत कई अतिथियों ने फाइनल मैच में पहुंच कर खेल का आनंद लिया।