रोटी बैंक और महिला शक्ति की ओर से स्लम एरिया में चला जागरूकता अभियान
जमशेदपुर। अंतराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस के अवसर पर झारखण्ड मानवाधिकार सम्मलेन के तत्वाधान मे रोटी बैंक एवं जमशेदपुर महिला शक्ति मंच के संयुक्त सहयोग से शहर के तमाम स्लम एरिया मे मानवाधिकार जागरूकता अभियान चलाया गया, जिसका समापन छाया नगर मे एक संगोष्ठी के द्वारा किया गया | संगोष्ठी को संस्था के प्रमुख मनोज मिश्रा ने सम्बोधित किया | अपने सम्बोधन मे मनोज मिश्रा ने बताया कि यह बहुत शर्मनाक बात है कि देश मे गरीबी और भुखमरी के साथ साथ शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र मे हम अन्य विकसित देशो से पिछड़ते रहने के बाद भी मानवाधिकार दिवस मना रहें है | उन्होने बताया कि देश के स्लम क्षेत्रों मे रहने वाले गरीब लोगों के पास नागरिक सुविधाओं का घोर अभाव है, गरीबी और के कारण लोगों का जीवन स्तर निम्न स्तर पर पहुंच गया है, भूख और कुपोषण से होने वाली मौत का ग्राफ थमने का नाम नही ले रहा है | बेहतर स्वास्थ्य और शिक्षा पाने के अधिकार से यह वर्ग सदा वंचित रहने लगा है, लचर स्वास्थ्य व्यवस्था की झलक कोरोना महामारी मे भी दिखाई दी, जहां ईलाज और ऑक्सीजन की कमी से मौत ने तांडव मचाया | स्लम एरिया मे रहने वाले इन गरीब वर्गो की सुधि लेने वाला कोई नही है | वोट बैंक के रूप मे सिर्फ इन्हे इस्तेमाल किया जा रहा है | इनके मौलिक अधिकार और मानवाधिकार को लगातार कुचला जाता रहा है | मानवाधिकार दिवस तभी सार्थक होगा जब इन वर्गो को उनका अधिकार मिलने लगेगा | संगोष्ठी को सम्बोधित करते हुए रेणु सिंह, किशोर वर्मा, सलावत महतो, आर सी प्रधान, गुरमुख सिंह, ऋषि गुप्ता, हरीश चंद्र सबलोक, शिवाजी सिंह सहित अनेक वक्ताओ ने बताया कि मानवाधिकार की लड़ाई लड़ने का समय आ गया है, अब हमें एकजुट होना पड़ेगा | अलग अलग क्षेत्रों मे जागरूकता अभियान चलाते हुए संगठन ने ह्यूम पाइप, चंडी नगर, किशोरी नगर, बागुन हेतु, बाराद्वारी कुष्ठ आश्रम सहित दर्जन भर बस्तियों एवं स्लम एरिया का भ्रमण करते हुए जागरूकता अभियान चलाया | कार्यक्रम के अंत मे मानवाधिकार की रक्षा का संकल्प लिया गया | कार्यक्रम मे रोटी बैंक की टीम सहित जमशेदपुर महिला शक्ति मंच के अनेक सदस्यों ने भाग लिया, जिनमे मनोज मिश्रा के साथ रेणु सिंह, किशोर वर्मा, सलावत महतो, आर सी प्रधान, गुरमुख सिंह, ऋषि गुप्ता, हरीश चंद्र सबलोक, शिवाजी सिंह, वंदना मोदक, मंजू शर्मा, सीमा देवी, रत्ना देवी, सुमित्रा कुमारी, रीना दास, दामिनी देवी, सावित्री देवी, अनु देवी सहित काफ़ी संख्या मे महिलाओं ने भाग लिया।