रेड क्रॉस सोसाइटी का वर्ष 2021/ 22 में 72 रक्तदान शिविरों का आयोजन में 5042 यूनिट रक्त संग्रह हुआ : विजय सिंह
फाइल फोटो
जमशेदपुर।। वित्तीय वर्ष 2021-22 खत्म होने के साथ ही रेड क्रॉस ने एक बार फिर शहर के समाजसेवियों, उद्योगपतियों, संस्थानों एवं सामाजिक संस्थाओं के सहयोग से एक नया मुकाम हासिल किया। ज्ञातब्य हो कि वर्ष 2021-22 भी कोविड-19 के प्रभावों से अछूता नहीं रहा, इस दौरान रेड क्रॉस सोसाईटी, पूर्वी सिंहभूम को भी कठिन चुनौतियों से गुजरना पड़ा, क्षेत्र में कार्य करने वाले अनेकों कार्यकर्ता इस दौरान कोविड-19 की दूसरी लहर में प्रभावित हुए, लेकिन इस कठिन दौर में भी जिला के उपायुक्त सह अध्यक्ष के नेतृत्व में रेड क्रॉस सोसाईटी ने अपनी भूमिका को पुनः परिभाषित किया। इस दौरान तमाम बंदिशों के बावजुद रेड क्रॉस ने 72 रक्तदान शिविरों का आयोजन किया, जिससे 5042 यूनिट रक्त इकठ्ठा किया गया, जिसका लाभ लगभग 10 हजार लोग लाभान्वित हुए, 250 प्लेटलेट यूनिट के दान से प्लेटलेट की कमी से जुझ रहे 230 लोगों को नया जीवन मिला। जब तमाम चिकित्सीय विशेषकर ऑपरेशन सम्बन्धी कार्यों को बंद कर दिया गया था, उस परिस्थिति में मोतियाबिन्द से प्रभावित लोगों के जीवन की समस्याओं को देखकर रेड क्रॉस सोसाईटी, पूर्वी सिंहभूम के अध्यक्ष सह उपायुक्त ने कोविड-19 प्रोटोकोल पदाधिकारी सुश्री स्मिता नागेसिया की बहाली कर इस अभियान को सुरक्षित तरीके से शुरु करवाया जिससे इस वर्ष 1260 लोगों को 43 नेत्र शिविरों के माध्यम से रौशनी दी जा सकी, इस दौरान 8000 लोगों को ओपीडी सेवा भी प्रदान की गयी। इसी दौरान कोविड-19 में छोटे मोटे बीमारियों से प्रभावित मरीजों को चिकित्सकों की अभाव था, उस समय 12 स्वास्थ्य शिविर का आयोजन कर 1500 लोगों की स्वास्थ्य जांच की गयी तथा उन्हें जरूरत के अनुसार दवा प्रदान की गयी। कोविड-19 में प्रशिक्षण सम्बन्धी कार्यों पर भी प्रभाव पड़ा लेकिन आम लोगों के लिए हर समय हर जगह उपलब्ध रहने वाले फर्स्ट एडर के प्रशिक्षण को महत्वपूर्ण मानते हुए रेड क्रॉस सोसाईटी, पूर्वी सिंहभूम ने राष्ट्रीय शाखा द्वारा जारी दिशानिर्देश के तहत प्रशिक्षण दिया और 16 कैम्पों में 320 लोगों को सेफ्टी फर्स्ट एड एवं डिजास्टर मैनेजमेंट के क्षेत्र में प्रशिक्षित किया। कोविड-19 से प्रभावित अनेको परिवारों के बीच दूसरे दौर मे भी राशन का संकट रहा, ऐसे 500 परिवारों को चिन्हित कर रेड क्रॉस ने उन्हें चार बार 15-15 दिनों का राशन पैकेट उपलब्ध कराया। इस दौरान रेड क्रॉस ने जिला प्रशासन का सहयोग कर कोविड-19 के कार्यों से जुड़े लोगों को अतिरिक्त सहायता प्रदान की। हर रक्तदान शिविर में रक्तदाताओं को एक रेड क्रॉस साबुन या सेनेटाईजर प्रदान किया गया ताकि कोविड-19 सुरक्षा अनुरूप व्यवहार को स्वयं से जोड़कर रखें तथा इसे दूसरों को भी बतायें। जिला उपायुक्त के निर्देश पर 120 गरीब जरूरतमंदों को चिकित्सा हेतु आर्थिक सहायता प्रदान की गयी। रेड क्रॉस भवन में कोविड-19 से सुरक्षा हेतु सरकार द्वारा निर्धारित दर पर वैक्सीन की सुविधा प्रदान की गयी। जिसमें शहर के 9000 लोगों ने वैक्सीन प्राप्त किया। इस दौरान नियमित गतिविधियों के तहत राष्ट्रीय त्योहार पर 15 अगस्त एवं 26 जनवरी को प्रत्येक वर्ष की भांति जिला के उपायुक्त सह अध्यक्ष द्वारा झंडोतोलन किया गया। 7 अप्रैल विश्व स्वास्थ्य दिवस, 8 मई विश्व रेड क्रॉस दिवस, 14 जून रक्तदाता दिवस, 21 जून अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस, 1 जुलाई चिकित्सक दिवस, 22 अगस्त जेनेवा डे, 25 अगस्त से 8 सितम्बर नेत्र ज्याति पखवाड़ा, 29 अगस्त विश्व खेल दिवस, 1 अक्टूबर रक्तदान दिवस, 13 अक्टूबर विश्व आपदा प्रबंधन दिवस, 3 दिसम्बर दिब्यांग दिवस, 5 दिसम्बर अन्तर्राष्ट्रीय भोलेंटियर दिवस का आयोजन कर जुड़े लोगों को इससे जुड़े लोगों को सम्मानित किया गया वहीं जागरुकता भी फैलायी गयी।
रेड क्रॉस सोसाईटी, पूर्वी सिंहभूम की अध्यक्ष सह उपायुक्त श्रीमती विजया जाधव ने संस्था की वार्षिक रिपोर्ट प्रकाशित करते हुए कहा कि वित्तीय वर्ष में सोसाईटी और अधिक सक्रिय होकर कार्य करेगी और अपने पिछले कार्यों से अधिक कार्य करते हुए पीड़ित मानवता की सेवा के क्षेत्र में हर जरूरतमंद तक अपनी पहुंच बनाने का प्रयास करेगी। उन्होने समाज के हर तबके से अपील किया है कि वे रेड क्रॉस सोसाईटी, पूर्वी सिंहभूम को अपना हर सम्भव सहयोग दें। रेड क्रॉस सोसाईटी, पूर्वी सिंहभूम के मानद सचिव विजय कुमार सिंह ने बताया कि 1 अप्रैल वर्ष की शुरुआत रक्तदान शिविर के साथ रेड क्रॉस करेगी और इस वर्ष 2022-23 में 45 नेत्र शिविर, 75 रक्तदान शिविर, 20 सेफ्टी फर्स्ट एड डिजास्टर मैनेजमेंट ट्रेनिंग के सत्र के साथ 15 स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया जायेगा एवं अन्य नियमित गतिविधियों को सुचारू रूप से संचालित किया जायेगा। उन्होने समाजसेवियों उद्योगपतियों, सामाजिक कार्यकर्ताओं, रेड क्रॉस के सभी सदस्यों पदाधिकारियों से अनुरोध करते हुए अपेक्षा किया है कि वे पूर्व की भांति रेड क्रॉस के मानवसेवी गतिविधियों में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते रहे।