राज्य सरकार के दो वर्ष पूरे होने पर भाजपा ने हेमंत सरकार के खिलाफ खोला मोर्चा, विफलताओं पर किया जोरदार विरोध प्रदर्शन।
राज्य सरकार की सद्बुद्धि के लिए वैदिक मंत्रोच्चार के साथ किया सामुहिक हवन।
जमशेदपुर। झारखंड में झामुमो नीत यूपीए सरकार अपने दो वर्ष पूर्ण कर चुकी है। सरकार के दो वर्ष पूर्ण होने पर सूबे की मुख्य विपक्षी दल भाजपा का हेमंत सरकार की वादाखिलाफी को लेकर हमला तेज हो गया है। सोमवार को भाजपा जमशेदपुर महानगर के तत्वावधान में साकची बड़ा गोलचक्कर पर हेमंत सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन कर आक्रोश व्यक्त किया गया। भाजपा महानगर अध्यक्ष गुँजन यादव के नेतृत्व में आयोजित प्रदर्शन में भाजपा नेताओं ने दो वर्ष के दौरान हेमंत सरकार पर वादाखिलाफी, बढ़ते अपराध, ठप्प विकास कार्य और राज्य के बिगड़ते हालात को लेकर जमकर हमला बोला। इस दौरान भाजपा नेताओं ने पुरोहित के संग वैदिक मंत्रोच्चार कर राज्य सरकार की सद्बुद्धि के लिए सामुहिक हवन किया। मंच संचालन जिला महामंत्री अनिल मोदी ने किया।
विरोध प्रदर्शन को संबोधित करते हुए जमशेदपुर के सांसद विद्युत वरण महतो ने कहा कि प्रदेश में झामुमो, कांग्रेस और राजद गठबंधन की सरकार पिछले दो वर्षों के शासन में पूरी तरह विफल साबित हुई है। बड़े बड़े वादे के सहारे सत्ता में काबिज होने के बाद इस सरकार ने गांव, गरीब, किसान, दलित, आदिवासी महिला एवं नौजवान सभी के साथ विश्वासघात किया है। विद्युत वरण महतो ने कहा कि राज्य में प्रशासनिक अक्षमता के कारण कानून व्यवस्था की स्थिति भयावह हो गयी है। प्रदेश की जनता डर व भय के माहौल के बीच अपना जीवन व्यतीत कर रही है। राज्य में 3200 से अधिक बलात्कार, 3486 हत्या, 224 डकैती एवं 1271 लूट के मामले राज्य के ध्वस्त कानून व्यवस्था की पोल खोल रहे हैं। राज्य में उग्रवादी घटनाओं का बढ़ना सरकार की बड़ी नाकामी है। इस सरकार में उग्रवादियों के हौसले इतने बुलंद है कि राजधानी राँची में राजभवन की दीवारों पर नक्सलियों द्वारा धमकी भरे पोस्टर चिपका दिये जाते हैं। अपराध एवं नक्सल पर नियंत्रण में विफल पुलिस-प्रशासन राज्य सरकार के इशारे पर भाजपा नेताओं एवं कार्यकर्ताओं पर फर्जी मुकदमें दर्ज कर रही है। राज्य सरकार विद्वेष एवं दुर्भावना से प्रेरित होकर राजनीति कर रही है जिसके परिणामस्वरूप भाजपा नेताओं की लगातार हत्या हो रही है।
पूर्व सांसद आभा महतो ने राज्य में बढ़ते महिला अपराध पर हेमंत सरकार को घेरते हुए कहा कि पूरे प्रदेश में बहु-बेटियों पर बढ़ते अपराध और बढ़ते अत्याचार चिंताजनक है। उन्होंने रघुवर दास के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार में चलाई जा रही 1 रुपये में महिलाओं ने नाम रजिस्ट्री और किसानों के सशक्तिकरण के लिए मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना के बंद करने पर भी सवाल उठाया।
पूर्व विधायक मेनका सरदार ने भी हेमंत सरकार के दो साल के कार्यकाल पर निराशा जताते हुए कहा कि राज्य सरकार पूरी तरह भ्रष्टाचार में लिप्त है राज्य के खनिज संसाधनों की लूट मची है, उद्योग धंधे चौपट हो रहे हैं परंतु स्थानांतरण- पदस्थापन उद्योग चौतरफा फल-फूल रहा है। सत्ता के संरक्षण में आदिवासियों, दलितों की जमीन लूटे जा रहे हैं। बुनियादी सुविधायें सड़क, बिजली, पानी, चिकित्सा शिक्षा की स्थिति पूरी तरह लचर है। उन्होंने कहा कि राज्य की होनहार अधिकारी रूपा तिर्की हो या धनबाद के न्यायाधीश उत्तम आनंद इनकी हत्याओं ने राज्य को शर्मसार किया।
विरोध प्रदर्शन को संबोधित करते हुए प्रदेश मंत्री रीता निश्रा ने भी हेमंत सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार ने राज्य को हर संभव सहायता उपलब्ध करा रही है, परन्तु राज्य सरकार केन्द्र से प्राप्त राशि को खर्च कर पाने तथा विकास योजनाओं को धरातल पर उतारने में असफल साबित हुई है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लागू करने के प्रति भी राज्य सरकार उदासीन है। कोरोना काल में हेमंत सरकार ने जनता को भगवान भरोसे छोड़ दिया। केन्द्र द्वारा भेजे गए पैसे का बंदरबांट हुआ। दवाईयों के कालाबाजारी की सीआईडी जांच हो रही है।
वहीं, भाजपा महानगर अध्यक्ष गुँजन यादव ने हेमंत सरकार पर युवाओं को छलने का आरोप लगाते हुए कहा कि हेमंत सरकार द्वारा घोषित नियुक्ति वर्ष में राज्य के बेरोजगार युवक, युवतियां सबसे ज्यादा प्रताड़ित हुई है। यह वर्ष नियुक्ति देनेवाला नहीं बल्कि छीनने वाला वर्ष साबित हुआ नए विज्ञापन निकले नहीं बल्कि जिन पूर्व विज्ञापनों की परीक्षाएं हो चुकी थी, उन्हें रद्द कर दिया गया। नियोजन नीति भाषा विवाद में उलझ चुकी है। जेपीएससी की पीटी परीक्षाओं ने तो भ्रष्टाचार की सारी सीमाएं लांघ दी। इस निरंकुश और संवेदनहीन सरकार में प्रदेश का युवा हताश और निराश है। गुँजन यादव ने कहा कि भाजपा एक सशक्त विपक्ष के रूप में जनता की आवाज बन कर हमेशा खड़ी रहेगी। पार्टी ने सड़क से सदन तक राज्य सरकार की जनविरोधी नीतियों का खुलकर विरोध किया है। पार्टी के निर्णायक संघर्ष के कारण ही सैकड़ों कार्यकर्ताओं की हत्या एवं हजारों कार्यकर्ताओं पर फर्जी मुकदमे हुए हैं। परंतु जनहित के मुद्दों पर पार्टी कभी भी पीछे नहीं होने वाली। हम और मजबूती से मुखर होकर राज्य सरकार की जनविरोधी नीतियों का विरोध करेंगे।
प्रदर्शन को इन वक्ताओं ने भी किया संबोधित: अभय सिंह, देवेंद्र सिंह, चंद्रशेखर मिश्रा, दिनेश कुमार, राजकुमार सिंह।
इस दौरान राजकुमार श्रीवास्तव, अनिल सिंह, कुलवंत सिंह बंटी, योगेश मल्होत्रा, सुदीप्तो डे राणा, सुधांशु ओझा, संजीव सिन्हा, प्रदीप महतो, बारी मुर्मू, बबुआ सिंह, अनिल मोदी, राकेश सिंह, नीलू मछुआ, मंजीत सिंह, राजीव सिंह, प्रेम झा, नारायण पोद्दार, मणि मोहंती, ज्योति अधिकारी, अमित अग्रवाल, धर्मेंद्र प्रसाद, अजीत कालिंदी,बिनानंद सिरका, मो निसार, अध्यक्ष संतोष ठाकुर, ध्रुव मिश्रा, सुरेश शर्मा, अजय सिंह, बबलू गोप, हेमंत सिंह, दीपक झा, संजय तिवारी, राजेश सिंह, प्रशांत पोद्दार, बरजंगी पांडेय, विनोद राय, अमरेंद्र पासवान, फातिमा शाहीन, संजय कुमार सिंह, संदीप शर्मा बॉबी, चंचल चक्रवर्ती, रविन्द्र नाथ सरदार, हलदर दास, सुदीप कुमार डे, हेमेंद्र जैन, त्रिदेव चटराज, दीपक पॉल, पवन सिंह, सुनील सिंह मुंडा, शांतनु मुखर्जी, मंटू चरण दत्ता, प्रधान महतो, अमिताभ सेनापति, निशांत कुमार, अमरजीत सिंह राजा, बिमल बैठा, सत्येंद्र कुमार, गौतम प्रसाद, अनमोल वर्मा समेत अन्य कार्यकर्ता उपस्थित