राज्य नहीं जन गोष्ठी आधारित सामाजिक आर्थिक इकाई के गठन से बनेगा आत्म निर्भर समाज – प्रगतिशील मगही समाज
जमशेदपुर/झारखंड। ऐतिहासिक और अतीत का गौरवशाली मगध अपने आप में विशिष्ट पहचान को धारण किए एक महत्वपूर्ण जन गोष्ठी है,जिसकी आज उपेक्षा ही नहीं ,वल्कि इसके भू भाग को तीन राज्य यथा- बिहार, झारखंड और छत्तीसगढ़ में विभक्त कर इसका आर्थिक दोहन और शोषण, सामाजिक विघटन और सांस्कृतिक अव दमन किया जा रहा है। प्रकृति ने धरती के प्रत्येक जन गोष्ठी को पूर्ण आत्मनिर्भरता के लिए अपार संसाधन उपलब्ध किया है, किन्तु पूंजीवादी व्यवस्था के कारण मुट्ठी भर लोग इसका लाभ उठा रहे हैं। इसी अमानवीय और प्रकृति विरोधी कृत्य से मगध को बचाने के लिए, इसे एक कर स्वतंत्र सामाजिक आर्थिक इकाई का वैधानिक दर्जा देने की मांग को लेकर दिनांक 21फरवरी 2023 को दिन के दस बजे से अपराह्न तीन बजे तक अन्य जिला सहित हज़ारीबाग़ में भी एक दिवसीय धरना, तत्पश्चात ज़िला पदाधिकारी महोदय के माध्यम से सरकार को मांग पत्र सौंपा जाएग। मगध जन गोष्ठी की तरह ही भारत में प्रमुख रूप से चौवालिस जन गोष्ठी है ,ये सब भी अपने अपने जन गोष्ठी को सामाजिक आर्थिक इकाई का वैधानिक अधिकार दिलाने की मांग को लेकर उक्त तारीख को ही अपने अपने जिला मुख्यालय पर प्राउटिष्ट सर्व समाज की अगुवाई में धरना देंगे। बैठक में मगही समाज के सभी कार्यकर्ता शामिल रहे ।