राज्यपाल सी.पी. राधाकृष्णन ने आज उत्क्रमित +2 टाटा वर्कर्स युनियन उच्च विद्यालय, कदमा, जमशेदपुर जाकर बच्चों से संवाद करते हुए कहा कि हमारी संस्कृति इतनी उच्च है कि हम धरती को माता बोलकर पुकारते हैं
जमशेदपुर। राज्यपाल सी.पी. राधाकृष्णन ने आज उत्क्रमित +2 टाटा वर्कर्स युनियन उच्च विद्यालय, कदमा, जमशेदपुर जाकर बच्चों से संवाद करते हुए कहा कि हमारी संस्कृति इतनी उच्च है कि हम धरती को माता बोलकर पुकारते हैं और देश को भारतमाता। दूसरों के दुखों के प्रति संवेदना प्रकट करना और उसे दूर करने का प्रयत्न करना हमारी संस्कृति का अभिन्न अंग है। हमारे माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने इसे महसूस करते हुए उज्ज्वला योजना के तहत रसोई गैस को घर-घर तक पहुंचाया है। पहले चूल्हा से खाना बनाने पर हमारी माँ-बहनें धुआं एवं धुआं जनित रोगों से पीड़ित रहती थी। कुकिंग गैस के होने से उन्हें इस कष्ट से निजात मिला है।
माननीय प्रधानमंत्री जी स्वच्छता का संदेश देते हुए स्वच्छ भारत अभियान की निरंतर साकार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि स्वच्छता में सफलता का मूल मंत्र भी छुपा हुआ है। उन्होंने इस विद्यालय को स्वच्छता हेतु पुरस्कार प्राप्त करने के लिए बधाई दी।
राज्यपाल महोदय ने कहा कि उन्हें हर्ष है कि इस विद्यालय को शिक्षक एवं छात्रों ने मिलकर उत्कृष्ट बनाया है। उन्होंने कहा कि हमें यह सोचकर जीवन में काम नहीं करना है कि हमें पुरस्कार प्राप्त होगा या सम्मान प्राप्त होगा बल्कि प्रतिबद्ध होकर अथक प्रयास करते रहना है। सफलता अवश्य मिलेगी।
राज्यपाल महोदय ने बच्चों द्वारा पूछे गए सवाल के जवाब में कहा कि जिंदगी में पहली प्रेरणा उनको माँ से मिला और उनमें देशभक्ति, अध्यात्म एवं समाज सेवा की भावना विकसित हुई। जब उन्हें सांसद बनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ तो तब उन्होंने जिस विद्यालय में शिक्षा ग्रहण की था, उस विद्यालय के अतिरिक्त 35 से अधिक विद्यालयों के जीर्णोद्धार के लिए 10-10 लाख रूपए आवंटित किया था। उन्होंने बच्चों को प्रेरित करते हुए कहा कि एक समय में एक कार्य करें और उसे अच्छी तरह से पूर्ण करें। खेलने के समय खेले और पढ़ने के समय पढ़ें। अगले दिन पढ़ाई जाने वाली विषय को एक दिन पूर्व पढ़ कर जाएं। पढ़ाई गई विषयों का लिखकर अभ्यास करें। जीवन में तनाव आता है परंतु उसे हावी ना होने दें। उन्होंने सभी के उज्ज्वल भविष्य की कामना की एवं विद्यालय में लगाए गए प्रदर्शनी को देखा तथा सराहना की।