रधुवर की तरह हेमन्त के नियत में भी ठेका एवं असंगठित मजदूरों का शोषण रोकना नहीं : सपन घोसाल
जमशेदपुर। रघुवर सरकार की तरह हेमंत सरकार में भी मजदूरों का शोषण रोका नहीं। यह बातें प्रेस वार्ता में मजदूर नेता सफल घोषाल ने कही। उन्होंने कहा कि उनकी मुख्य छ: 6 सूत्री मांग इस प्रकार है
8 घंटे से ज्यादा काम कराने पर मजदूरों को एवं असंगठित मजदूरों को दुगनी दर से मजदूरी का भुगतान की गारंटी सुनिश्चित करें। वर्तमान में महंगाई को देखते हुए ठेका एवं असंगठित मजदूरों का न्युनतम मजदूरी एक अकुशल मजदूर का 8 घंटा का हाजरी 500 सौ रुपए करना होगा।न्युनतम मजदूरी दर से मजदूरी नहीं भुगतान करना दंडनीय अपराध घोषित किया जाए। तत्कालीन रधुवर सरकार द्वारा श्रम अधिकारी के ऊपर इंस्पेक्टर राज खत्म करने के नाम से जो निरीक्षण / जांच का अधिकार समाप्त किया गया है उसे भी पुनः लागू किया जाए। सभी ठेका एवं असंगठित क्षेत्र के मजदूरों को नौकरी एवं सेवा शर्त का लाभ पाने की गारंटी के लिए हाजरी कार्ड, नियुक्ति पत्र,पे स्लिप, परिचय पत्र,डियुटी पोशाक, सहित सुरक्षा साधन मुफ्त में उपलब्ध हो और गारंटी भी एवं कानूनी व्यवस्था की जाए।
प्रेस वार्ता के माध्यम से घोषणा की जा रही है कि अगर सरकार 15 अगस्त तक मजदूरों की समस्याओं का निपटारा नहीं करती है तो ऐसी स्थिति में हम लगातार चरणबद्ध तरीके से आन्दोलन में जाने के लिए बाध्य होंगे।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुख्य रूप से काॅ सपन घोषाल, रमेश मुखी, नरसिंह राव, एस प्रमाणिक, मुन्ना मुखी, करन हेमबरम रामदास करूवा, चुड़ामुनी हांसदा, संतोष मुखी, सबिता मुंडा, प्रतिमा, उपस्थित थे।