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मौत के साए में पढ़ रहे स्कूली बच्चे, कभी भी गिर सकता है स्कूल

नोवामुंडी प्रखंड के दिरीबुरु पंचायत अंतर्गत ठाकुरा गांव स्थित प्राथमिक विद्यालय के भवन मैं मौत के साए में पढ़ रहे हैं स्कूली बच्चे, भवन जर्जर। कभी भी स्कूल का भवन गिर सकता है। स्कूल भवन के दीवार एवं छत में दरारे आ गई है। छत के ऊपर किया गया प्लास्टर झड़ कर गिर रहे हैं। इसमें क्लास के अंदर बैठे बच्चों के ऊपर छत का प्लास्टर गिरने का भय हमेशा बना रहता है। स्कूल के प्रभारी प्रधानाध्यापक प्रभाष दास ने जर्जर स्कूल भवन की मरम्मती की शिकायत को लेकर नोवामुंडी प्रखंड विकास पदाधिकारी अनुज बांदो, दिरीबुरु पंचायत के मुखिया गंगाधर चातोम्बा, ठाकुरा गांव के मुंडा दामु चाम्पिया, नोवामुंडी भाग एक जिला परिषद सदस्य सुश्री देवकी कुमारी तथा प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी इंद्रदेव कुमार को दी है। उसके बावजूद भवन का मरम्मत का कार्य अभी तक शुरू नहीं किया गया है। बच्चे भय के माहौल में पढ़ रहे हैं। ज्ञात हो कि ठाकुरा गांव स्थित प्राथमिक विद्यालय में कुल 110 बच्चे पढ़ते हैं। जिसमें कक्षा 1 से लेकर 5 तक की पढ़ाई होती है। जिसमें सरकारी शिक्षक दो है और एक पारा टीचर है। इस संबंध में स्कूल के प्रभारी प्रधानाध्यापक प्रभाष दास से बात की गई तो उन्होंने बताया कि कक्षा 5 के क्लास रूम में बच्चों की जर्जर भवन को लेकर वहां से हटा दिया गया है। ताकि बच्चे सुरक्षित दूसरी क्लास रूम में पढ़ाई कर सकें। इस संबंध में प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी इंद्रदेव कुमार से फोन से संपर्क की गई तो उन्होंने कहा कि जर्जर भवन का शिकायत स्कूल के प्रधानाध्यापक के द्वारा दी गई थी। इस जर्जर भवन से संबंधित कागजी कारवाई अग्रसर कर जिला शिक्षा पदाधिकारी को भेज दी गई है। जैसे ही जिला शिक्षा पदाधिकारी से आदेश प्राप्त होता है वैसे ही जर्जर भवन को गिरा कर नया भवन का निर्माण किया जाएगा।

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