मानगो रहा अव्वल, सीजीपीसी के सेंट्रल दीवान में सम्मानित किए गए स्कूल, सभायें और जत्थेबंदियां
जमशेदपुर । धन्य धन्य गुरु गोबिंद सिंह महाराज जी के 358वें प्रकाश पर्व के मौके पर 6 जनवरी को टेल्को गुरुद्वारा साहिब से गुरु साहब के सम्मान में निकाले गए नगर कीर्तन में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले स्कूलों, जत्थों और अन्य जत्थेबंदियों को गुरुवार को सेंट्रल दीवान में पुरस्कृत कर प्रोत्साहित किया गया। गुरु नानक स्कूल, मानगो ने हाई व मिडल दोनों श्रेणियों में प्रथम स्थान प्राप्त कर अव्वल होने का गौरव प्राप्त किया जबकि गुरु नानक स्कूल साकची, मिडल स्कूल श्रेणी में उपविजेता। धार्मिक स्कूल श्रेणी में नामदा बस्ती धार्मिक स्कूल प्रथम स्थान पर रहा।
सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी द्वारा गुरवार को साकची गुरुद्वारा साहिब में सजाये गए सेंट्रल दीवान में विभिन्न गुरुद्वारा कमिटियों के प्रतिनिधि, स्त्री सत्संग सभा, नौजवान सभा, अकाली दल समेत कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे। अतिथि के रूप में जिले के आरक्षी अधीक्षक (सिटी) कुमार शिवाशीष में पहुंचे थे, जबकि जमशेदपुर की गायिका श्रद्धा दास ने भी गुरुद्वारा साहिब पहुंचकर गुरु ग्रन्थ साहिब बाणी का गायन किया।
स्त्री सत्संग सभा में टेल्को के जत्थे को प्रथम घोषित किया गया जबकि मनीफिट एवं बिस्टुपुर संयुक्त रूप से दूसरे तथा टिनप्लेट और सीतारामडेरा संयुक्त रूप से तृतीय स्थान पर रहे। गम्हरिया के जत्थे को भी सम्मानित किया गया।
बर्मामाइंस के बुजुर्ग इन्दर सिंह को पुरे नगर कीर्तन में शुरू से लेकर अंत तक पानी की अविरल सेवा करने के लिए सम्मानित किया गया। इनके आलावा सुरजीत सिंह, अकाली दल, टेल्को एवं साकची गुरुद्वारा कमिटी, नगर कीर्तन के जजों, स्त्री सत्संग सभा, विभिन्न स्त्री सत्संग सभा, कीर्तनी जत्थे और नौजवान सभा को भी सम्मानित किया गया।
सेंट्रल दीवान के मंच का संचालन सीजीपीसी के महासचिव गुरचरण सिंह बिल्ला ने किया।
शहर के आरक्षी अधीक्षक (सिटी) कुमार शिवाशीष को भी कमिटी की ओर से सम्मानित किया उपरांत आरक्षी अधीक्षक (सिटी) ने शोभा यात्रा के प्रतिभागियों को सम्मानस्वरूप पुरस्कृत भी किया। इस अवसर पर बोलते हुए कुमार शिवाशीष ने कहा अक्सर सिखों के समागमों में जिला प्रशासन को मशक्कत नहीं करनी पड़ती है सिख समुदाय स्वयं ही सलीके और तरीके से यातायात व्यवस्था शांतिपूर्ण रूप से संभाल लेते हैं, इसके लिए सीजीपीसी और तमाम अन्य सिख संस्थाएं प्रशंसा के पात्र है। कुमार शिवाशीष ने प्रशंसा करते हुए कहा, जिस प्रकार नगर कीर्तन में सफाई और अनुशासन का ध्यान रखा गया, यह प्रेरित करने वाला है।
सीजीपीसी के प्रधान सरदार भगवान सिंह ने कोल्हान की संगत का आभार प्रकट करते हुए कहा कि संगत और सभी गुरुद्वारा कमिटियों के सहयोगात्मक सक्रियता के कारण इस वर्ष भी नगर कीर्तन ऐतिहासिक रूप से सफल हो पाया है, इसका सारा श्रेय केवल और केवल कोल्हान की साध संगत को जाता है। महासचिव गुरचरण सिंह बिल्ला ने नगर कीर्तन और सेंट्रल दीवान की पूरी रूप रेखा संगत के सम्मुख रखी जबकि चेयरमैन सरदार शैलेंदर सिंह ने धन्यवाद ज्ञापन करते हुए कहा कि इस बार संगत पालकी साहिब के पीछे चलते हुए एक अनुशासनात्मक उदाहरण पेश किया है।
इससे पूर्व अरदास उपरांत सुबह 10 बजे से सेंट्रल दीवान सजा जहाँ हजूरी रागी संदीप सिंह जवद्दी साकची वाले के अलावा साकची के प्रचारक अमृतपाल सिंह मन्नन ने संगत को गुरु ग्रन्थ साहिब की बाणी से जोड़ते हुए निहाल किया। जमशेदपुर की सुप्रसिद्ध गायिका श्रद्धा दास ने भी गुरबाणी कीर्तन गायन किया। पालकी सेवा तरनप्रीत सिंह बनी एवं जसपाल सिंह रंगरेटा ने शुरू से अंत तक की।
साकची गुरुद्वारा के दरबार के मुख्य हॉल में इस विशेष मौके पर सेंट्रल दीवान में सिख समाज के प्रबुद्ध लोग प्रधान भगवान सिंह, चेयरमैन सरदार शैलेंद्र सिंह, गुरमीत सिंह तोते, निशान सिंह, चंचल सिंह, गुरुचरण सिंह बिल्ला, चंचल सिंह, गुरनाम सिंह बेदी सुखदेव सिंह बिट्टू, परविंदर सिंह सोहल, परमजीत सिंह काले, सुखविंदर सिंह राजू, सुरजीत सिंह छिते, अकाली दल के प्रधान सुखदेव सिंह खालसा, जत्थेदार जनरल सिंह, रविंद्र सिंह, रामकृष्ण सिंह, बलविंदर सिंह, दलजीत सिंह, जगजीत सिंह गांधी, मलकीत सिंह, गुरप्रीत सिंह, लखविंदर सिंह, रविंद्र सिंह, अवतार सिंह सोखी, हरजिंदर सिंह, जसवंत सिंह जस्सू, प्रकाश सिंह, बलकार सिंह, सुरजीत सिंह खुशीपुर, सुरेंद्र सिंह शिंदे, इंद्रजीत सिंह, पटवंत सिंह, सुरजीत सिंह, जसपाल सिंह, सिमरन भाटिया, सेंट्रल नौजवान सभा के प्रधान अमरीक सिंह, सुखवंत सिंह सुक्खू, रघुवीर सिंह, सेंट्रल सिख स्त्री सत्संग सभा की प्रधान बीबी रविंदर कौर, कमलजीत कौर, दलबीर कौर, परविंदर कौर, परमजीत कौर, जितेंद्रपाल कौर आदि शामिल हुए।
*नगर कीर्तन के विजेता:* *विद्यालय (हाई स्कूल):* 1 मानगो, 2 बर्मामाइंस, 3 साकची, *विद्यालय (मिडिल स्कूल):* 1 मानगो, 2 साकची, 3 बिष्टुपुर, *धार्मिक विधालय:* 1 नामदा बस्ती, 2 टेल्को, 3 टिनप्लेट, *(स्त्री सत्संग सभा):* 1 टेल्को, 2 मनीफिट और बिस्टुपुर, 3 टिनप्लेट और सीतारामडेरा, *कीर्तनी जत्था:* 1 नामदा बस्ती 2 गम्हरिया 3 बिस्टुपुर।