मानगो गुरुद्वारा के प्रधान भगवान सिंह के नेतृत्व में गुरु अर्जुन देव जी के शहीदी पर एमजीएम अस्पताल गेट के पास लगा छबील
प्रितपाल सिंह बीजी
जमशेदपुर। एमजीएम अस्पताल गेट के पास गुरु अर्जुन देव जी के शहीदी पर मानगो गुरूद्वारा के प्रधान भगवान सिंह के नेतृत्व में छबील लगाया गया। सोमवार की सुबह 11 बजे से दिन में 3 बजे तक सिख समाज के लोगों ने सेवा की, जिसमे हजारों की संख्या में लोगों ने शरबत और चना ग्रहण किया। शरबत और चना के लिए लोगो की भीड़ उमड़ पड़ी। इस अवसर पर मानगो गुरूद्वारा के प्रधान भगवान सिंह ने कहा कि एमजीएम अस्पताल में गरीब लोगों की भारी भीड़ रहती है, इसलिए इस अवसर पर इसी जगह पर छबील लगाया गया ताकि इस भीषण गर्मी में लोगों को शरबत पिलाया जा सके और चना खिलाया जा सके।
सिख समाज के वरिष्ठ नेता सरदार शिलेंद्र सिंह ने बताया की शहर में गुरु अर्जुन देव जी के शहीदी पर अब तक 100 से भी अधिक छबील लगाकर सेवा की जा सकी है। मौके पर अल्पसंख्यक आयोग के पूर्व अध्यक्ष गुरप्रीत सिंह राजा, झारखंड सिख प्रतिनिधि बोर्ड के अध्यक्ष गुरचरण सिंह बिल्ला
के अनुसार गुरु अर्जन देव जी को मुगल बादशाह जहांगीर के आदेश से शहीद किया गया था। “यासा” कानून के तहत उन्हें गर्म तवा पर बैठाया गया गर्म रेत शरीर पर डाली गई और उबलते हुए पानी में शरीर को उबाला गया। उसके उपरांत शरीर को रावी नदी में प्रवाहित कर दिया गया।
हरिमंदिर साहब की नींव रखने वाले सूफी संत मियां मीर ने लाहौर और दिल्ली की ईट से ईट बजाने की धमकी दी थी परंतु गुरु जी ने उन्हें मना कर दिया और कहा कि हमें ईश्वर की रजा में रहना है। वे शांत और अडिग रहे। उनकी शहादत को समर्पित चना एवं ठंडे शरबत का लंगर लगाया जाता है। मौके पर झारखंड गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान शैलेंद्र सिंह, झारखंड सिख विकास मंच के अध्यक्ष गुरदीप सिंह पप्पू, हरजीत सिंह सहित काफी संख्या में लोग उपस्थित थे।