महिलाओं में राजनीतिक भागीदारी बढ़ाने के लिए नेचर संस्था एवं मिशन ब्लू फाऊंडेशन द्वारा तुलसी भवन में पहली बार महिला संसद सत्र का हुआ आयोजन
जमशेदपुर में आयोजित दो दिवसीय महिला संसद सत्र का शुभारंभ आज तुलसी भवन में सुबह 10:00 बजे हुआ। सदन का उद्घाटन जमशेदपुर पूर्वी के विधायक श्रीमान सरयू राय जी, श्रीमान कुणाल सारंगी जी, सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता सम्राट कृष्णा, प्रभात खबर के संपादक संजय मिश्रा, तुलसी भवन के सचिव प्रसेनजीत तिवारी, बागबेड़ा किताडीह की जिला पार्षद एवं नेचर संस्था की संरक्षक डॉक्टर कविता परमार, घाटशिला जिला पार्षद कर्ण सिंह ने दीप प्रज्वलित कर किया। श्रीमती डॉक्टर कविता परमार ने बताया कि सदन में आज महिला आरक्षण बिल का प्रारूप पेश किया गया जिस पर कई विशिष्ट अतिथियों संजय मिश्रा, राकेश्वर पांडेय, अजय सिंह, मंजू सिंह ने बतौर अध्यक्ष सदन को संचालन करते हुए परिचर्चा कराई। मुख्यमंत्री के रूप में चयनित श्रीमती नेहा सिंह ने बिल प्रस्तुत करने के लिए श्रीमती अन्नपूर्णा कुमारी, महिला एवं बाल कल्याण मंत्री को नामित किया। बिल पर हुई चर्चा कई चरणों में हुई एवं पुनः अंतिम चरण में श्री सरयू राय जी ने बिल को ध्वनि मत से पारित कराया। सदन में मतदान के लिए प्रेरित करने संबंधी भी एक विशेष सत्र रखा गया जिसमें चुनाव आयोग द्वारा बनाए गए विशेष वीडियो मैसेज एवं संगीत को सदन के अंदर चलाया गया। 40 वोट से महिला आरक्षण बिल सदन में आज पारित हुई, साथ ही साथ कल शून्य काल में होने वाले चर्चा को लेकर सत्ता दल एवं विरोधी दल ने विधायक दल की मीटिंग की।सभी प्रतिभागी काफी उत्साहित नजर आए और इस अनूठे आयोजन का लाभ लेते हुए बहुत हर्षित हुए। इस टीम में श्रीमती डॉक्टर कविता परमार, डॉ पंकज सोनी, श्रीमती मंजू सिंह, श्रीमान मनजीत सिंह, श्रीमान करण सिंह, श्रीमान संजय सिंह एवं जो कि जो की नेचर एवं मिशन ब्लू फाउंडेशन संस्था से उपस्थित हुए थे। साथ ही साथ ज्यूरी की टीम में मेरी स्टेला माइकल, पुष्पा रानी टर्की, एवं रानी कुमारी उपस्थित थी, जिन्होंने बड़ी बारीकी से प्रतिभागियों का न्यायदेश किया।
इस ऐतिहासिक आयोजन को लेकर युवा नेता कुणाल सारंगी जी ने कहा कि ऐसे आयोजन शहर में युवाओं को सक्रिय राजनीति में आने के लिए अधिक से अधिक प्रेरित करेगा। श्री सरयू राय जी ने अपने लंबे संसदीय प्रणाली की समझ और अनुभव को साझा किया। ज्ञात हो की जीतने वाले प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया जाएगा तथा सभी प्रतिभागियों को प्रशस्ति पत्र दिया जाएगा। यह एक प्रकार का एकेडमिक सेशन है जो विधानसभा झारखंड के प्रारूप को दर्शाता है।
कविता परमार