महालेखाकार की रिपोर्ट ने राज्य में व्याप्त लूट खटोस की पोल खोल कर रख दी है : मनोज मिश्रा
जमशेदपुर। झारखण्ड विधान सभा के सदन मे प्रस्तुत महालेखाकार की रिपोर्ट ने ऱाज्य मे व्याप्त लूट खसोट की पोल खोल कर रख दी है। झारखण्ड मानवाधिकार संगठन के प्रमुख मनोज मिश्रा ने इसकी उच्च स्तरीय जाँच की मांग करते हुए दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की मांग की है। मनोज मिश्रा ने इसे ऱाज्य के लिए बेहद ही शर्मनाक बताया | मिश्रा ने पुरे मामले की जाँच को लेकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सहित राज्यपाल एवं झारखण्ड उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश को पत्र भेजा है। मनोज मिश्रा ने बताया कि सीएजी की रिपोर्ट मे सरकारी कर्मचारियों ने अपनी आय को छुपा कर अपने बच्चो के नाम से फर्जी तरीके से छात्रवृति प्राप्त की। इतना ही नही पुरुषो को विधवा पेंशन दिया गया तथा अल्पसंख्यको एवं अनुसूचित जाति जनजाति के नाम पर भी फर्जी निकासी की पुस्टि उक्त रिपोर्ट मे की गयी है। उन्होने कहा की सरकार आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम का दिखावा कर रही है, वास्तव मे योजना का लाभ तो उनके ही कर्मचारी गटक जा रहे है, वास्तविक लाभुक अपने अधिकार से आज भी वंचित है। उन्होने कहा कि पुरे मामले की जाँच सीबीआई से कराई जानी चाहिए, ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो सके।