FeaturedJamshedpurJharkhand

मरने के बाद भी दुनिया देखेंगी 72 वर्षीय दीपक कांतिलाल गांधी की आंखें

मारवाड़ी महिला मंच जमशेदपुर निःशुल्क चला रहा हैं नेत्र दान अभियान

जमशेदपुर। बिस्टुपुर निवासी दीपक कांतिलाल गांधी (72 वर्ष)  की आंखें मृत्यु के पश्चात भी रोशनी देती रहेगी। मारवाड़ी महिला मंच जमशेदपुर की पहल पर रोशनी संस्था की अध्यक्ष तरु गांधी के देवर दीपक के निधन के पश्चात उनकी पत्नी उमा गांधी, पुत्र धर्मेश एवं प्रशांत गांधी तथा पुत्री कविता की सहमति से बिस्टुपुर निवास पर ही उनका नेत्रदान मंच की नेत्रदान प्रमुख सुशीला खीरवाल के द्वारा सफलता पूर्वक करवाया गया। नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉक्टर विवेक केडिया के सहयोग से ही यह कार्य संपन्न हो पाया। इसमें रोशनी संस्था की अध्यक्ष तरु गांधी, सचिव परविंदर एवं टेक्नीशियन प्रसाद जी का भी योगदान रहा। दीपक कांतिलाल गांधी का रविवार रात 8 बजे आकस्मिक निधन हो गया था। उनका अंतिम संस्कार भी आज संपन्न हो गया है। इस संबंध में मारवाड़ी महिला मंच की अध्यक्ष बीना अग्रवाल ने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि ईश्वर इनकी आत्मा को चिर शांति प्रदान करें। इस प्रकार के नेत्रदान कार्य समाज के लिए मार्गदर्शन एवं मिसाल कायम करता है। किसी भी दो नेत्रहीन व्यक्ति को नेत्र मिल जाए, इससे बड़ा पुण्य का और कोई कार्य नहीं हो सकता है। मरणोपरांत भी इनके नेत्र किसी अन्य के माध्यम से जीवित एवं कार्यरत रहेंगे। मालूम हो कि मारवाड़ी महिला मंच

जमशेदपुर द्वारा नेत्रदान महादान पर एक अभियान चलाया जा रहा है और मृत्यु के पश्चात नेत्रदान करवाने में सक्षम भी हो रहें है। अब लोगों में काफी जागरूकता आ गई है। बहुत खुशी की बात है कि अब नेत्रदान के लिए लोग स्वयं संपर्क कर रहे हैं। इस कार्य के लिए संस्था सभी सेवाएं निःशुल्क प्रदान करती है। समाज के सभी बंधुओं से अपील है कि अगर किसी के घर में ऐसी घटना होती है और वे अगर नेत्रदान करवाने में इच्छुक हो तो मंच की अध्यक्ष बीना अग्रवाल (9304833999), सुशीला खीरवाल (9431952424) एवं सीमा अग्रवाल (7858016351) से संपर्क कर सकते हैं।

Related Articles

Back to top button