मरंग गोमके जयपाल सिंह मुंडा और सावित्रीबाई फुले की जयंती मनाई गई
जमशेदपुर। झारखंड निर्माण के अग्रणी नेताओं में मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा का विशेष महत्व है आज उनकी जन्म जयंती है साथ ही भारत की प्रथम महिला शिक्षिका माता सावित्रीबाई फुले की भी जन्म जयंती मनाई जा रही है इस शुभ अवसर पर जमशेदपुर के सीताराम डेरा स्थित आदिवासी एसोसिएशन के प्रांगण में बड़े ही हर्षोल्लास एवं धूमधाम से कार्यक्रम के तहत जन्म जयंती के साथ ही बैडमिंटन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें काफी संख्या में स्थानीय लोगों ने बढ़ चढ़कर भाग लिया। मौके पर ट्राइबल बैडमिंटन चैंपियनशिप 2024 का भी सफल आयोजन किया हुआ ।जिसमें काफी संख्या में बच्चे, महिला और पुरुष बैडमिंटन खिलाड़ियों ने उत्साह पूर्वक भाग लिया । कार्यक्रम के शुभारंभ के पूर्व मौके पर उपस्थित गणमान्य अतिथियों के द्वारा परंपरा के अनुरूप जयपाल सिंह मुंडा एवं सावित्रीबाई फुले के चित्र पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर, माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित कर विधिवत उद्घाटन किया गया। उपस्थित अतिथियों एवं बुद्धिजीवियों के द्वारा जयपाल सिंह मुंडा एवं माता सावित्रीबाई के जीवनी पर प्रकाश डाला गया। दोनों ही महान विभूतियों ने समाज में फैली कुरीतियों से संघर्ष कर किस तरह अपने जीवन में सफलता हासिल किया यह शिक्षा आज के युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा का स्रोत है। ऐसे महान विभूतियों को हम अपने सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं और नौजवानों से अपील करते हैं कि इनके बताएं मार्ग पर चल कर समाज को नई दिशा देने का काम करें। कार्यक्रम के अन्त में समापन समारोह के विशिष्ट अतिथियों रेणु बानरा, राजकुमार बानरा, युवा समाजसेवी शंभू मुखी डूंगरी और लाल मोहन जामूदा ने बारी-बारी से विजयी खिलाड़ियों को पुरस्कृत किया । बैडमिंटन प्रतियोगिता के परिणाम इस प्रकार हैं:
पुरुषों के युगल प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार :हर्ष और सुमित
द्वितीय पुरस्कार :रोहित और सपन की जोड़ी ने जीता।
मिश्रित युगल प्रतियोगिता में : प्रथम पुरस्कार हर्ष और परिमा को द्वितीय पुरस्कार-प्रियांशु और मोनिका की जोड़ी को मिला।
महिलाओं के युगल प्रतियोगिता में : प्रथम पुरस्कार मोनिका और सविता को जबकि दूसरा पुरस्कार :अलका और नीतिमा की जोड़ी को मिला।
कार्यक्रम की अध्यक्षता राजकुमार बानरा ने किया । संचालन उपेंद्र बानरा और धन्यवाद ज्ञापन प्रेमानंद समद ने दिया। प्रतियोगिता के सफल संचालन में निर्णायक के रूप में संदीप गागराई, सुमित सुंडी, प्रेम सामड और निरल का महत्वपूर्ण योगदान रहा।
आयोजन समिति की ओर से कार्यक्रम को सफल बनाने में उपेंद्र बानरा, प्रेमानंद समद, संदीप गागराई, सुमित सुंडी , निरल हेंब्रम , रवि सवैया , पप्पू बानरा एवं अन्य का सराहनीय योगदान रहा।