भोजपुरी साहित्य परिषद एवं अखिल भारतीय भोजपुरी साहित्य सम्मेलन गाँधी घाट परिसर में वार्षिक वनभोज
जमशेदपुर । भोजपुरी साहित्य परिषद एवं अखिल भारतीय भोजपुरी साहित्य सम्मेलन ( झारखंड प्रांतीय इकाई ) के संयुक्त तत्वावधान में स्वर्णरेखा नदी तट पर स्थित स्थानीय गाँधी घाट परिसर में वार्षिक वनभोज सह नगर के वरीय साहित्यकार श्री शीतल प्रसाद दुबे द्वारा रचित भोजपुरी काव्य संग्रह ” भोजपुरिया हमार ” का लोकार्पण दोनो संस्थाओं के अध्यक्ष श्री प्रसेनजित तिवारी की अध्यक्षता एवं डाॅ. वीणा पाण्डेय ‘भारती’ के संचालन में सम्पन्न हुई ।
इस अवसर पर परिषद के प्रधान सचिव डाॅ. अजय कुमार ओझा ने अपने स्वागत वक्तव्य के दौरान परिषद का वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया । जबकि श्रीमती माधवी उपाध्याय ने सरस्वती वंदना एवं श्री यमुना तिवारी ‘व्यथित’ ने रचनाकार का परिचय प्रस्तुत किया ।
ततपश्चात् उपस्थित अतिथि द्वय सर्वश्री अरुण कुमार तिवारी एवं शिव पूजन सिंह द्वारा संयुक्त रुप से पुस्तक लोकार्पित किया गया । मौके पर लोकार्पित पुस्तक पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए श्री दिव्येन्दु त्रिपाठी ने कहा कि “हमार भोजपुरिया” में भोजपुरी लोक संस्कृति से ओतप्रोत परिवेश का तानाबाना दिया गया है । साथ ही देश ,समाज और राष्ट्र से संबंधित कविताएँ भी शामिल हैं । प्रेम और प्रकृति की कविताएँ भी बहुत आह्लादित करने वाली है।
तदनुपरान्त आयोजित काव्य गोष्ठी में भाग लेने वाले कवियों में प्रमुख रहे सर्वश्री / श्रीमती शीतल प्र.दुबे, विनय कुमार श्रीवास्तव, संगीता मिश्रा, शशि ओझा ‘शशि’, आरती श्रीवास्तव ‘विपुला’ , राजेन्द्र साह ‘राज’ , निवेदिता श्रीवास्तव ‘गार्गी’, संतोष कुमार चौबे, उषा झा, कैलाश नाथ शर्मा ‘ गाजीपुरी’, सुस्मिता मिश्रा, यमुना तिवारी ‘व्यथित’, नीलिमा पाण्डेय, दिव्येन्दु त्रिपाठी, ब्रज मोहन राय ‘देहाती’, माधवी उपाध्याय एवं कन्हैया सिंह ‘सदय’ ।
जबकि हरिहर राय चौहान, सिद्धनाथ सिंह, किरण दुबे, शाश्वत ओझा, अखिलेश दुबे, मालती तिवारी, नियती तिवारी, पारस नाथ दुबे, एस.एस.तिवारी, महेन्द्र कुमार तिवारी एवं अन्य की उपस्थिति सराहनीय रही ।
कार्यक्रम का समापन अखिल भारतीय भोजपुरी साहित्य सम्मेलन (प्रांतीय इकाई) की महामंत्री डाॅ. संध्या सिन्हा द्वारा आभार प्रदर्शन के बाद हुआ ।