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मनमत त्याग गुरमत से जुड़ें लौहनगरी के सिख: जत्थेदार ज्ञानी केवल सिंह

भगवान सिंह ने कहा जत्थेदार का जमशेदपुर आगमन गौरव के क्षण


जमशेदपुर। सिखों के पांच तख्तों में से एक तख़्त श्री दमदमा साहिब के साबका (पूर्व) जत्थेदार ज्ञानी केवल सिंह ने जमशेदपुर के सिखों को मनमत से दूर रह गुरमत से जुड़ने का सन्देश दिया है। ज्ञानी केवल सिंह गयारह सदस्यीय टीम के साथ दो दिवसीय जमशेदपुर प्रवास पर थे। रविवार को सीजीपीसी कार्यालय में उन्हें टीम सहित सम्मानित भी किया गया।
जमशेदपुर प्रवास के दौरान उन्होंने विभिन्न गुरुद्वारों में जनसम्पर्क किया और सिखों के अधिकारों और गुरमत विचारों से संगत को अवगत भी कराया।
सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी (सीजीपीसी) के प्रधान सरदार भगवान सिंह, झारखण्ड राज्य गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी के प्रधान सरदार शैलेन्द्र सिंह, सीजीपीसी के महासचिव अमरजीत सिंह, गुरचरण सिंह बिल्ला, कोषाध्यक्ष गुरनाम सिंह बेदी, मानगो गुरुद्वारा के प्रधान हरजिंदर सिंह, उपाध्यक्ष चंचल सिंह व बीबी मनप्रीत कौर समेत अन्य सदस्यों के साथ धर्म रक्षा पर गहन चिंतन-मंथन किया। भगवान सिंह ने कहा की जत्थेदार साहब का जमशेदपुर पहुँचाना गौरव का क्षण है उनके सानिध्य में रह कर बहुत सारा धार्मिक और व्यावहारिक ज्ञान अर्जित होता है।
इस मौके पर जत्थेदार ज्ञानी केवल सिंह को टीम के अन्य सदस्य डॉ खुशहाल सिंह, सरदार राजविंदर सिंह राही, कर्नल जगतार सिंह मुल्तानी, प्रोफेसर शाम सिंह, भाई बलबीर सिंह भट्ठल और सरदार रविंदर सिंह को सम्मानित किया गया। इनके अलावा बीबी मनप्रीत कौर भी मौजूद थीं। अपने प्रवास के दौरान ज्ञानी जी ने गौरी शंकर रोड गुरुद्वारा, सीतारामडेरा गुरुद्वारा समेत अन्य गुरद्वारों में भी पहुंचे।
ज्ञानी केवल सिंह ने बताया की असल में उनके जमशेदपुर आगमन का मकसद यहाँ की सिख संगत को धार्मिक समागम के लिए आमंत्रण देना था। उन्होंने आगे कहा धार्मिक संस्था सिंह सभा लहर के 150 वर्ष पुरे हो रहें है और इसी उपलक्ष्य में एक विशाल धार्मिक समागम इसी वर्ष अक्टूबर माह में गुरु की नगरी अमृतसर में मनाया जायेगा। इसी समागम के आमंत्रण के लिए वे ओडिशा, बंगाल और झारखण्ड यात्रा पर निकले हैं और व्यक्तिगत रूप से सबको आमंत्रित कर रहें हैं। दो दिवसीय जमशेदपुर प्रवास के बाद दोपहर को वे रांची के लिए रवाना हो गए।
सीजीपीसी कार्यालय में सम्मान समारोह के दौरान प्रधान भगवान सिंह के अलावा अकाली दल के जरनैल सिंह, चेयरमैन सरदार शैलेंद्र सिंह, वरीय उपाध्यक्ष चंचल सिंह, महासचिव अमरजीत सिंह गुरचरण सिंह बिल्ला, कोषाध्यक्ष गुरनाम सिंह बेदी, मुख्य सलाहकार सुरजीत सिंह खुशीपुर, हरजिंदर सिंह, सरबजीत सिंह ग्रेवाल, सुरेंद्र सिंह छिंदे, सुखदेव सिंह बिट्टू, अमरिक सिंह, जसपाल सिंह, जसवंत सिंह जस्सू, सुरजीत सिंह, परमजीत सिंह रोशन, सुखराज सिंह, परमजीत सिंह विक्की, ज्ञानी कुलदीप सिंह आदि लोग उपस्थित रहे।

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