भाजमो के जमशेदपुर महानगर ज़िला अध्यक्ष श्री सुबोध श्रीवास्तव का भाजपा पर जोरदार हमला
जमशेदपुर भाजपा महानगर के एकाध रघुवरवादी विधायक सरयू राय के ख़िलाफ़ बयान देकर “चोर मचाये शोर” की कहावत चरितार्थ कर रहे हैं. जब जब श्री रघुवर दास के ख़िलाफ़ भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की जाँच आगे बढ़ती है और श्री दास और जेल के बीच की दूरी दो-चार कदम कम होती दिखती है तब इनके पालतू श्री सरयू राय के ख़िलाफ़ जाँच कराने का एक ही बयान दुहराते हैं ।
श्री सरयू राय ने इनके आरोपों की जाँच कराने के लिये केन्द्र के गृहमंत्री और राज्य के मुख्यमंत्री को लिख चुके हैं. रघुवरवादी छुटभैयों को चाहिये कि वे जिनके इशारों पर दुम हिला रहे हैं वे खुलकर सामने आये. बकवास करने वाले पालतू छुटभैये गले में जिस रघुवर दास जी का पट्टा पहने हुए हैं उनसे कहें के वे सामने आएँ. नहीं तो न्यायालय जाकर एसीबी, सीबीआई, राज्य सरकार, केन्द्र सरकार को श्री सरयू राय के ख़िलाफ़ अपने आरोपों की जाँच कराने के बाध्य करें ।
युगांतर भारती पर्यावरण क्षेत्र की अग्रणी स्वयंसेवक संस्था है. यह संस्था हर साल अपनी गतिविधियों का अंकेक्षित लेखा जोखा पंजीयन महानिरीक्षक को भेजती है. रघुवरवादी पालतू छुटभैये वहाँ जाकर या आरटीआई डालकर इसे निकाल लें और बता दें कि क्या गड़बड़ी है और श्री सरयू राय का इससे क्या संबंध है ।
युगांतर भारती से जुड़े लोगों के साथ श्री सरयू राय के निजी एवं संस्थात्मक संबंध जगज़ाहिर हैं और स्पष्ट हैं. यह संस्था श्री राय के पर्यावरण अभियानों में स्वाच्छिक मदद करती है। श्री राय इस संस्था में किसी पद पर नहीं हैं, केवल इसके साधारण सदस्य हैं. इस बारे में संस्था के सचिव आशीष शीतल मुंडा पहले ही समाचार पत्रों को बता चुके हैं और किसी भी तरह की जाँच के लिये तैयार हैं ।
रघुवरवादी पालतू छुटभैयों को लगता है कि जिस प्रकार श्री रघुवर दास के मुख्यमंत्री बनते ही उनके सुपुत्र एवं अन्य रिश्तेदार एनजीओ बनाकर जमशेदपुर शहर में पोस्टरों, बैनरों की आये दिन झडी लगाते और आगे पीछे पुलिस गाड़ी के बीच सायरन बजाते कोहराम मचाते रहते थे और रघुवर जी के चुनाव हारते ही ऐसे ग़ायब हो गये हैं जैसे गदहे के सिर से सिंग, छुटभैये पालतुओं के लिये मैदान छोड़कर पता नहीं दुम दबाकर कहाँ दुबके हैं. उनकी नज़र में उसी तरह की परजीवी कोई संस्था युगांतर भारती भी होगी ।
श्री रघुवर दास और उनके पालतू कतिपय छुटभैये हमारी चुनौती स्वीकार करें कि जिस तरह श्री सरयू राय ने उनके द्वारा लगाये गये आरोपों की जाँच कराना स्वीकार किया है, उसी प्रकार वे भी मेनहर्ट घोटाला की जाँच में सहयोग करें, खनन घोटाला की जाँच के लिये तैयार हों, टॉफ़ी, टी-शर्ट घोटाला की ज़िम्मेदारी स्वीकार करें, सुनिधि चौहान- सूर्यमंदिर घोटाला की जाँच के लिये तैयार हों. कम्बल घोटाला और मोमेंटम झारखंड घोटाला की ज़िम्मेदारी स्वीकार करें ।
श्री दास ऐसा नहीं करेंगे और अपने पालतू छुटभैयों को चिल्ल-पों मचाने के लिये छोड़ देंगे तो भारतीय जनतंत्र मोर्चा जमशेदपुर के सभी मंडलों में उपर्युक्त घोटालों के संबंध में श्री सरयू राय लिखित पुस्तकों और दस्तावेज़ी सबूतों पर परिचर्चा आरम्भ करेगा।