बिहार में परिवर्तन जनादेश के विपरीत केवल अपनी महत्वाकांक्षा व स्वार्थ के लिए :लक्ष्मी सिन्हा
पटना: राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के प्रदेश संगठन सचिव महिला प्रकोष्ठ श्रीमती लक्ष्मी सिन्हा ने कहा कि नि: संदेह हालिया राजनीतिक परिवर्तन न तो बिहार के विकास की मंशा से हुआ है और न ही जनादेश के सम्मान के लिए। इस परिवर्तन कि केवल दो वजह है, पहली नीतीश कुमार को विपक्ष के प्रधानमंत्री का चेहरा बनाने की महत्वाकांक्षा और दूसरी अगले विधानसभा चुनाव के बाद तेजस्वी यादव को बिहार के मुख्यमंत्री पद पर आसीन होने की चाहत। श्रीमती लक्ष्मी सिन्हा ने कहा कि महत्वाकांक्षा के इस खेल में बिहार के विकास और जनाकांक्षा दोनों की बलि चढ़ जाए तो आश्चर्य की बात नहीं। माना कि राजनीतिक में कोई स्थायी दोस्त और दुश्मन नहीं होता, लेकिन जनाकांक्षा और जनादेश के विपरीत केवल अपनी महत्वाकांक्षा के लिए किये जाने वाली राजनीतिक गठबंधन देश या प्रदेश के लिए हितकारी नहीं हो सकती। श्रीमती सिन्हा ने कहा कि बिहार का सौभाग्य माने या दुर्भाग्य बिहार का वह विकास नहीं हो पाया, जिसका वह हकदार था। यह तब तक संभव भी नहीं है जब तक निहित स्वार्थ और महत्वाकांक्षा को लेकर गठबंधन की सरकार बनती और बिगड़ती रहेगी। श्रीमती सिन्हा ने कहा कि बिहार के बहुमुखी विकास कि अब एक ही सूरत है कि एक दल की पूर्ण बहुमत की सरकार बने, लेकिन यह तभी मुमकिन है जब बिहार की जनता अपनी दुर्बलताओं से उबरकर विकास की आकांक्षा के साथ किसी एक दल को पूर्ण बहुमत देकर स्थायी सरकार बनाने में सफल हो तभी हमारा बिहार बहुमुखी विकास कर पाएगा।