बिटोत्सव 25 का भव्य शुभारंभ, ‘अभिनंदन’ समारोह में झलकी सांस्कृतिक छटा
रांची। बीआईटी सिंदरी के वार्षिक सांस्कृतिक महोत्सव ‘बिटोत्सव’ 25 का उद्घाटन समारोह ‘अभिनंदन’ बड़े ही धूमधाम से जीपी बिरला ऑडिटोरियम में संपन्न हुआ। इस भव्य आयोजन के मुख्य अतिथि झारखंड सरकार के योजना एवं विकास विभाग के सचिव एवं आईएएस अधिकारी मुकेश कुमार रहे। समारोह की गरिमा में चार चाँद लगाने हेतु कुलपति प्रोफेसर इंद्रनील मन्ना और छात्र मामलों के डीन डॉ. भास्कर कर्ण की उपस्थिति उल्लेखनीय रही। समारोह का आरंभ संगीत क्लब ‘ध्वनि’ की भावपूर्ण और मधुर संगीत प्रस्तुति से हुआ, जिसने उपस्थित दर्शकों का मन मोह लिया। इसके उपरांत संस्थान के डांस क्लब द्वारा रंगारंग नृत्य प्रस्तुति दी गई, जिसने दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया। इसके बाद ‘एहसास ड्रामैटिक सोसायटी’ द्वारा एक माइम प्रस्तुति दी गई, जिसमें सामाजिक विषयों को भावहीन अभिनय के माध्यम से सशक्त रूप में प्रस्तुत किया गया। इसके पश्चात छात्रों द्वारा छोटा नागपुरी नृत्य प्रस्तुत किया गया, जिसने स्थानीय संस्कृति की झलक को मंच पर सजीव कर दिया। इन मनमोहक प्रस्तुतियों के उपरांत मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथियों को दीप प्रज्ज्वलन हेतु मंच पर आमंत्रित किया गया। दीप प्रज्ज्वलन के पश्चात डॉ. भास्कर कर्ण ने सभी अतिथियों एवं प्रतिभागियों का स्वागत भाषण दिया और संस्थान की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का उल्लेख करते हुए सभी प्रतिभागियों को शुभकामनाएं दीं। इसके उपरांत आदित्य राज ने मंच संभालते हुए ‘बिटोत्सव’ की विरासत और इसकी प्रमुख विशेषताओं को साझा किया एवं उपस्थित प्रतिभागियों को प्रतियोगिता हेतु शपथ दिलाई। इसके बाद सोशियो थीम एवं ट्रिब्यूटरी वीडियो प्रस्तुत किए गए, जिसने दर्शकों में उत्साह भर दिया। इसके पश्चात कुलपति प्रोफेसर इंद्रनील मन्ना ने सभा को संबोधित करते हुए ‘बिटोत्सव’25’ के महत्व और इसकी प्रेरणादायी भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने छात्रों को अपने लक्ष्य की ओर निरंतर प्रयासरत रहने के लिए प्रेरित किया। समारोह में डॉ. नीरज गांधी की उपस्थिति ने विशेष रंग भर दिया। उन्होंने अपनी भावपूर्ण ग़ज़ल प्रस्तुति से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। उनकी प्रस्तुत ग़ज़लों “हम तेरे शहर में”, “अपना ग़म लेके कहीं और न जाया जाए”, और “प्यार का पहला खत” ने उपस्थित जनसमूह को भावविभोर कर दिया। समारोह के अंत में बिटोत्सव के संकाय समन्वयक डॉ. अमित तिवारी ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया और सभी अतिथियों, छात्रों एवं आयोजकों के प्रति आभार प्रकट किया। कार्यक्रम का समापन रात्रि 8 बजे राष्ट्रगान के साथ हुआ।