बाबा वद्भाग सिंह डेरा जाने वाला सिख नहीं सीजीपीसी को ड्रामाबाजी करने की क्या जरूरत थी
जमशेदपुर। बारीडीह गुरुद्वारा कमेटी के प्रधान सरदार कुलविंदर सिंह ने कहा कि वे प्रधान थे, हैं और अगस्त 2025 तक रहेंगे।
कुलविंदर सिंह के अनुसार सीजीपीसी के कुछ स्वार्थी तत्व पिछले एक साल से अवतार सिंह सोखी को प्रधान बनाने के लिए ड्रामा रची हुई थी। ड्रामा के तहत उसे पहले माला पहनने के लिए कहा गया। फिर प्रधान भगवान सिंह ने एक सफल अभिनेता की तरह संगत को बताया कि अवतार सिंह ने गलत किया है और उसे हम प्रधान नहीं मानते हैं।
कुलविंदर सिंह के अनुसार डेरा वडभाग सिंह जाने वाला सच्चा सिख नहीं हो सकता है। अवतार सिंह ने लिखित रूप से अकाली दल और पटना के जत्थेदार को इसकी जानकारी भी दी है।
फिर संविधान पढ़े। उसमें साफ लिखा हुआ है। कोई व्यक्ति प्रधान बनना चाहता है तो वह 2 साल पहले अमृत पान किया हुआ हो।
केंद्रीय कमेटी के प्रभारी पदाधिकारी बताएं कि अवतार सिंह सोखी ने कब अमृत पान किया है और यह भी संगत को बताएं कि वह डेरा वडभाग सिंह नहीं जाता था और नहीं जाएगा।
इसके साथ ही कुलविंदर सिंह ने प्रधान भगवान सिंह और प्रभारी प्रधान को चुनौती दी है कि यदि उनके पास मेरा इस्तीफा है तो वह संगत के सामने खुलासा करें।
असल में झूठ की दुकान इन लोगों ने खोली है और यह कमेटी की बजाय कुछ और चला रहे हैं।
ड्रामा के तहत पहले कमेटी भंग की फिर आम सभा की और फिर अवतार सिंह सुखी और कुलदीप सिंह को उम्मीदवार घोषित कर दिया है जबकि उनकी ओर से कोई नामांकन प्रपत्र नहीं लिया गया। यदि नामांकन प्रपत्र लिया है तो उसे भी संगत के समक्ष प्रस्तुत करें। सीजीपीसी ने ऐसा न्यायालय गठित किया है जिसमें खुद आरोप तय किए हैं और खुद ही आरोपी को आरोप से बरी करके पुरस्कार प्रदान किया है।
यहां जो फैसला लेना है ले लें, यहां अपनी छाती चौड़ी कर ले लेकिन गुरु के दरबार में क्या मुंह दिखाएंगे संगत को क्या मुंह दिखाएंगे, पहले यह भी सोच ले।