बहारगोड़ा में चक्रवात दाना का कहर, धान की फसलें हुईं बर्बाद
बहारगोड़ा। चक्रवात ‘दाना’ के कारण बहारगोड़ा क्षेत्र में अत्यधिक नुकसान हुआ है। तेज हवाओं और भारी बारिश से किसानों की धान की फसलें पूरी तरह बर्बाद हो गई हैं। सड़कों और खेतों में पानी भर जाने से जनजीवन प्रभावित हुआ है, जिससे किसान और ग्रामीण बेहद परेशान हैं।
स्थानीय निवासियों के अनुसार, फसलें बर्बाद होने से किसानों को आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ रहा है, और इस संकट ने उनकी आजीविका पर गहरा प्रभाव डाला है। मुख्य सड़कों और गलियों में जलजमाव के कारण परिवहन व्यवस्था भी बुरी तरह से प्रभावित हुई है, जिससे बाजारों में सन्नाटा छा गया है।
ग्रामीणों और किसानों ने जिला प्रशासन से तत्काल राहत और सहायता की मांग की है। उनके अनुसार, फसल नुकसान की भरपाई, जल निकासी, और क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत जैसे कार्यों की तत्काल आवश्यकता है। किसानों का कहना है कि उनकी जीविका का प्रमुख साधन कृषि है, और यदि शीघ्र राहत न मिली तो उनकी आर्थिक स्थिति और भी गंभीर हो जाएगी।
ज्योतिर्मय दास, अधिवक्ता एवं बहारगोड़ा निवासी ने जिला प्रशासन से आग्रह किया है कि प्रभावित क्षेत्रों में राहत और पुनर्वास कार्य शीघ्र शुरू किए जाएं। उन्होंने कहा, “प्रभावित क्षेत्रों में तत्काल आर्थिक सहायता, जल निकासी व्यवस्था और आवश्यक सेवाओं को पुनः स्थापित करना जरूरी है।”
यह समस्या न केवल किसानों बल्कि पूरे समुदाय को प्रभावित कर रही है। अतः जिला प्रशासन से निवेदन है कि वे तुरंत इस मामले में कार्रवाई करें और बहारगोड़ा के लोगों को इस प्राकृतिक आपदा से उबरने में सहायता प्रदान करें।