बहरागोड़ा विधानसभा सीट बनाते त्रिशंकू
भाजपा से आभा महतो और झारखंड मुक्ति मोर्चा से कुणाल सारंगी को मिल सकता है टिकट
अंतिम समय में कट सकता है समीर मोहंती का टिकट
रघुबंश मणि सिंह
जमशेदपुर। झारखंड विधानसभा चुनाव में बहरागोड़ा विधानसभा सीट त्रिशंकू बना हुआ है। सबसे महत्वपूर्ण बात किया है कि इस विधानसभा सीट से भाजपा के पूर्व सांसद आभा महतो को उतार सकती है। इसका प्रमुख कारण है कि असम के मुख्यमंत्री एवं झारखंड के चुनाव सह प्रभारी हेमंत विश्व शर्मा
पुराने भाजपा नेताओं को मौका देना चाहते हैं। आभा महतो उनकी पहली पसंद बताई जा रही है। इसके साथ ही जमशेदपुर के सांसद और झारखंड भाजपा के चुनाव संयोजक बिधुत बरन महतो का शॉफ्ट कॉर्नर आभा महतो के प्रति है। बिधुत बरन महतो पहली बार विधायक बहरागोड़ा विधान सभा सीट से बने थे। सांसद का यह भी एक रणनीति है की इस चुनाव में आभा महतो को विधायक बना दिया जाय, फिर अगले विधानसभा चुनाव में वो अपने बेटे कुणाल महतो के लिए जमीन तैयार कर राजनीति से सन्यास ले लेंगे। हालांकि बहरागोड़ा विधानसभा सीट से भाजपा नेता दिनेशानन्द गोस्वामी भी रेस में हैं।
वही दूसरी तरफ झारखण्ड मुक्ति मोर्चा अंतिम समय में समीर मोहंती का टिकट काट सकती हैं। इसका प्रमुख कारण समीर मोहंती का चंपई सोरेन से नजदीकी बताया जा रहा हैं। हेमंत सोरेन अंतिम समय में कुणाल सारंगी को बहरागोड़ा से झामुमो का उम्मीदवार बना सकते हैं, क्योंकि कुणाल का घर वापसी के साथ साथ चुनाव लड़ने का मौका भी मिल जाएगा। एक सच्चाई यह भी हैं की कुणाल सारंगी पिछले 5 वर्षो से अपने क्षेत्र में जनता के बीच सक्रिय रहे हैं। वैसे झारखण्ड मुक्ति मोर्चा से टिकट लेने का प्रयास डॉक्टर संजय गिरी भी कर रहे हैं। संजय गिरी भी बहरागोड़ा विधानसभा में पिछले कई वर्षो से जनता के बीच सक्रिय हैं।