बरसाना यात्रा 09 जनवरी को : प्रदीप अग्रवाल
विशेष दर्शन व प्रसादी गोपेश्वरनाथ महादेव अकबर पुर पर यह भूमि रही है राधाकृष्ण की क्रीड़ा स्थली
उत्तर प्रदेश। हाथरस 29 दिसंबर पिछले दस वर्ष से अनवरत चल रही ब्रज बरसाना यात्रा इस बार 9 जनवरी को प्रस्थान करेगी। इस बार खासकर यात्रा ऐसे स्थान पर पहुंचेगी जो राधाकृष्ण की न केवल क्रीडांगन रही है बल्कि अमरूद फल का भोग भी युगल सरकार ने लगाया है। इसलिए यहाँ आकर अमरूद भी महत्व बताया गया है।
यह जानकरी ब्रज बरसाना यात्रा मंडल की हुई एक तैयारी बैठक में प्रेस को दी गई। मंडल प्रमुख का कार्यभार देख रहे प्रदीप अग्रवाल ने बताया कि इस यात्रा का आरंभ गोलोकवासी शिक्षाविद कैलाशचंद्र जी वार्ष्णेय जी ने आज से दस वर्ष पूर्व किया था। यात्रा रविवार के दिन ही जाती है। जितेन्द्र वार्ष्णेय ने बताया कि इस बार की यात्रा 9 जनवरी रविवार की तय हुई है।
आशीष जैन ने बताया कि इस बार यात्रा हाथरस से मुरसान स्थित माँ पीपल वाली के दर्शन के बाद बेलवन (वैभव लक्ष्मी) और फिर गोपेश्वरनाथ महादेव (अकबर पुर) के दर्शन करेगी। पंकज गुप्ता ने बताया कि गोपेश्वरनाथ महादेव शिवालय द्वापर युगीन इतिहास से जुड़ाव रखता है। क्योंकि यहाँ पर स्वयं राध और कृष्ण के अलावा ग्वल-वालों ने क्रीड़ायें (खेले हैं) की है। रवींद्र वार्ष्णेय (छुट्टन भैया) ने बताया कि यहाँ अमरूद प्रसादी का विशेष महत्व है। योगेंद्रमोहन शर्मा ने बताया कि यहीं पर प्रभु प्रसादी की व्यवस्था भी रखी गई है।
विकास अग्रवाल ने बताया कि गोपेश्वरनाथ महादेव पर प्रसादी के बाद भक्तजन राधारस मंदिर गहवरवन (बरसाना) को प्रस्थान करेंगे। जहाँ गहवरवन परिक्रमा में दानबिहारी लाल, कुशल बिहारीलाल, नृत्यगोपाल व हंसगोपाल के दर्शन करते हुए बरसाना के मुख्य मंदिर श्री लाड़लीलाल सरकार के दर्शन करेंगे। फिर परिक्रमा में उतरते हुए सुदामा मंदिर, अष्ट सखी मंदिर, सांकरीखोर होते हुए राधारस मंदिर पहुँच कर परिक्रमा पुरी करेंगे और फिर पुन: ब्रजद्वार हाथरस के लिए लौट लेंगे।
इस अवसर पर मुख्य रूप से प्रदीप अग्रवाल के अलावा पूर्व डीजीसी रेवेन्यू प्रेमदत्त गौतम, संजय दीक्षित एडवोकेट, सचिन अग्रवाल, खिलौनी वार्ष्णेय, योगेंद्रमोहन शर्मा, जितेन्द्र वार्ष्णेय, रोचक जैन, मुकेश शर्मा, सुग्रीव सिंह राना, नितिन वार्ष्णेय, अमन अग्रवाल, राघव वार्ष्णेय आदि व्यवस्थापकगण उपस्थित थे।