बड़ाजामदा में शार्ट सर्किट से लगी आग से तीस दुकानें जलकर हुई खाक
समाजसेवी अरविंद कुमार चौरसिया ने पश्चिम सिंहभूम जिला प्रशासन से पीड़ितों को राहत पहुंचाने की गुहार लगाई
संगीता पाण्डेय
गुवा/चाईबासा। बड़ाजामदा साप्ताहिक हाट प्रांगण स्थित दुकानों में आग लगने से करीब तीस दुकानों की संपत्ति जलकर नष्ट हो गई है। जलने वाले दुकानों में गल्ला दुकान, कपड़े दुकान, इलेक्ट्रॉनिक्स दुकान,बर्तन दुकान, होटल आदि शामिल है।दुकानदारों ने करोड़ों रुपये की सामान जलकर नष्ट होने का अनुमान लगाया है। घटना गुरुवार लगभग सुबह सात बजे की है। आगजनी की घटना के बाद नोवामुंडी टाटा स्टील और उड़ीसा के बड़बिल से दमकल बुलाया गया।दोनों दमकल पहुंचने के बाद आग पर कुछ हद तक काबू पा लिया गया।दुकानदारों ने अनुमान लगाते हुये बताया कि किस दुकान में बिजली की शार्ट सर्किट हुई थी। अभी तक पता नहीं चल सका है। घटना की सूचना पर पुलिस अनुमण्डल पदाधिकारी किरीबुरू अजीत कुजूर, किरीबुरू इंस्पेक्टर बीरेंद्र कुमार एक्का, नोवामुंडी बीडीओ अनुज बांडो, सीओ सुनील चन्द्र,बड़ाजामदा ओपी प्रभारी बासुदेव टोप्पो घटनास्थल पहुंचे हुये थे।घटनाक्रम के अनुसार घटना के पहले किसी एक दुकान में बिजली की शार्ट सर्किट लगी थी। बिजली की शार्ट सर्किट के कारण अन्य दुकान में आग लग गई। दुकान में आग लगते ही आसपास के दुकानों को अपने आगोश में ले लिया था।
आसपास मौजूद लोगों की नजरें जलती आग पर पड़ते ही हो हल्ला शुरू हुई।देखते ही देखते लोगों की भीड़ जमा हो गई। कई लोग बाल्टी और बर्तन से पानी लाकर जलती आग पर काबू पाने के लिये बुझाने का प्रयास किया था।परंतु उनकी किसी की नहीं चली।बाद में दो दमकल रात्रि 11 बजे आने के बाद तक आग को बुझाने का काम चल रहा था।कुछ दुकानदार अपने-अपने परिवारों के साथ मिलकर दुकान के बचे कपड़े आदि को निकालकर रखने में समर्थ रहे जबकि अधिकतर दुकानदारों की सामानों को जलते देख रहे थे।दुकान के टीना शेड से बने छत भी आग से जल चुकी है।
बरहाल पुलिसिया पहल द्वारा राहत पहुँचायी जा रही है। बड़ाजामदा क्षेत्र के समाजसेवी अरविंद कुमार चौरसिया ने आग की घटना पर गहरी संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने व्यथा जताते हुए पश्चिम सिंहभूम जिला प्रशासन से पीड़ितों को राहत पहुंचाने की गुहार लगाई है। उन्होंने बताया कि घटना मर्माहत करने वाली है एवं आग की लपट में कई ऐसी दुकान जल गए जिनके पास प्रतिदिन की रोजी-रोटी की समस्या बनी हुई थी ।
जिला प्रशासन के सहयोग मिलने से आगजनी की घटना से प्रभावित लोगों को फिर से एक बार जीविकोपार्जन का मौका मिल सकेगा ।अन्यथा गरीबी एवं भुखमरी के मार सभी बिखर जाएंगे।