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मकर संक्रांति स्नान के पहले ही मेले में मिलने लगे कोरोना संक्रमित

24 घंटे में मिले मेले में दो कोरोना के मरीज

प्रयागराज। संगम की रेती पर माघ मेले में मकर संक्रांति के प्रथम स्नान पर्व से पहले ही कोरोना संक्रमण फैल गया है। 14 जनवरी को मेले का प्रथम स्नान पर्व होगा। इससे महज चार दिन पहले मेले में तैनात दो सिपाही कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। एक सिपाही रविवार को संक्रमित पाया गया। जबकि, शनिवार की रात को भी एक सिपाही में संक्रमण की पुष्टि हुई थी। दोनों सिपाही एलआईयू की यूनिट में तैनात हैं। संतों-भक्तों के सबसे बड़े समागम के रूप में माघ मेला बसने से पहले ही नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के खतरे के बीच कोरोना संक्रमण ने दस्तक दे दी है। रविवार को माघ मेला क्षेत्र में छह सौ श्रद्धालुओं, साधु-संतों और कर्मचारियों की जांच की गई। इसमें को माघ मेला क्षेत्र में ड्यूटी पर तैनात एक सिपाही कोरोना संक्रमित पाया गया। इससे पहले शनिवार को भी एक सिपाही कोरोना पॉजिटिव पाया गया था।
इसी के साथ मेला क्षेत्र में कोरोना पीड़ितों की संख्या 24 घंटे के अंदर बढ़कर दो हो गई है। बढ़ते संक्रमण को देखते हुए सतर्कता बढ़ा दी गई है और मेला क्षेत्र में जांच दर भी बढ़ाई जा रही है, ताकि ज्यादा से ज्यादा मरीजों की पहचान कर उन्हें आइसोलेट किया जा सके। मुख्य चिकित्सा अधिकारी नानक सरन ने मेला क्षेत्र में दो सिपाहियों के संक्रमित होने की पुष्टि की। सीएमओ ने बताया कि अब तक 10 हजार से अधिक संतों-भक्तों की मेला क्षेत्र में जांच की जा चुकी है।स्वास्थ्य विभाग के मेला इंचार्ज जयकिशन ने बताया कि कोरोना संक्रमित मरीजों के पाए जाने के बाद मेला क्षेत्र में सतर्कता बढ़ा दी गई है। संक्रमण और बढ़ा तो उन स्थानों को हॉटस्पॉट के रूप में चिह्नित कर आवागमन प्रतिबंधित कर दिया जाएगा। दोनों संक्रमित सिपाही माघ मेला में एलआईयू की यूनिट में तैनात हैं।इनमें से एक को कोटवा और दूसरे को एसआरएन में आइसोलेट कर दिया गया है। साथ ही शिविरों में काम कर रहे मजदूरों, ठेकेदारों और कर्मियों की लगातार जांच की जा रही है। फिलहाल बाहर से आने वाले किसी साधु-संत और श्रद्धालु में अब तक संक्रमण की पुष्टि नहीं हुई है।

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