प्रगति सरस्वती शिशु विद्या मंदिर, बिरसानगर विद्यालय में दो दिवसीय प्रांतीय प्रधानाचार्य बैठक (श्रेणी ‘सी’ एवं ‘डी’ विद्यालय) का समापन हुआ
जमशेदपुर।रविवार को प्रगति सरस्वती शिशु विद्या मंदिर, बिरसानगर विद्यालय में विद्या भारती झारखंड के तत्वावधान में प्रांतीय प्रधानाचार्य बैठक (श्रेणी ‘सी’ एवं ‘डी’ विद्यालय) संपन्न हुई। बैठक के समापन सत्र का शुभारंभ , अजय कुमार तिवारी (प्रदेश सचिव झारखंड विद्या विकास समिति), दिलीप कुमार गुप्ता (प्रांतीय समिति सदस्य), विद्यालय के अध्यक्ष भोला कुमार मंडल एवं सचिव अरविन्द पाण्डेय के द्वारा वंदना स्थल पर दीप प्रज्वलन कर किया गया। प्रधानाचार्य जी के द्वारा मंचासीन अतिथियों का सह सम्मान परिचय कराया गया। तत्पश्चात् अतिथि दिलिप कुमार गुप्ता ने समापन सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि मैं स्वयं को गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं कि मुझे पिता तुल्य अध्यक्ष जी से सम्मानित किया गया और आगंतुक सभी प्रधानाचार्य जी से निवेदन करते हुए कहा कि बैठक में आप लोगों को जिस-जिस विषय पर चर्चा-वार्ता की गई उसे आप सहृदय ग्रहण कर अपने विद्यालय को प्रगति के राह पर ले जाएं और इस मार्ग में आपको किसी भी प्रकार की दिक्कत हो तो उसे अपने विभाग प्रमुख से चर्चा कर दूर करने का उपाय करें, आपको हर प्रकार का सहयोग प्राप्त होगा। प्रदेश सचिव ने कहा कि नई शिक्षा नीति के तहत भैया/बहनों को रोजगारोन्मुख शिक्षा प्रदान करें जिससे वे स्वालंबन बने। प्रधानाचार्य जी को प्रतिदिन के देश-विदेश के समाचारों से अपडेट रहना होगा ताकि विद्यालय का विकास हो। बैठक में क्रमशः प्रथम सत्र में उद्घाटन हुआ और श्रत्रीय संगठन मंत्री ख्याली राम एवं प्रदेश सचिव अजय तिवारी जी का उद्बबोधन हुआ, जिन्होंने विद्या भारती के गठन के मुख्य विचारों की चर्चा करते हुए कहा कि हम बालकों को संस्कृति एवं संस्कार युक्त शिक्षा देकर उन्हें उनके मूल से जोड़ते हैं ताकि वे जीवन की ऊंचाइयों को प्राप्त करने के बाद उनके कदम लड़खड़ाएं नहीं। द्वितीय सत्र में भी प्रदेश सचिव जी के द्वारा विद्या भारती के चार आयामों (संस्कृति बोध परियोजना, पूर्व छात्र परिषद, विद्वत परिषद एवं शोध संस्थान) पर चर्चा की गई। धन्यवाद विभाग के विभाग प्रमुख विवेक नयन पांडेय ने संस्कृति बोध परियोजना के अंतर्गत होने वाली प्रतियोगिता (निबंध (आचार्या एवं भैया/बहनों), प्रश्न मंच, कथा कथन, त्वरित भाषण, लोक नृत्य प्रदर्शन, मुर्ति निर्माण, आचार्य पत्र वाचन,आदि) पर विस्तृत जानकारी दी तथा अपने-अपने विद्यालयों में भैया/बहनों को भाग लेने के लिए प्रेरित करने के विषय में बताया।
तृतीय सत्र में गुमला विभाग के विभाग प्रमुख अखिलेश कुमार ने वर्ष भर आयोजित होने वाली परीक्षा पर चर्चा की एवं परीक्षा संबंधी महत्वपूर्ण जानकारियां दी और परीक्षा में होने वाली त्रुटियों के सुधार हेतु उपयोगी निर्देश दिए। चतुर्थ सत्र में विद्या विकास के कार्यालय प्रमुख मनोज भारद्वाज के द्वारा विद्या भारती के द्वारा प्रकाशित पत्रिका (उत्सर्ग, प्रदिपिका, देवपुत्र आदि ) पर चर्चा की गई। दूसरे दिन के पंचम सत्र में सामुहिक वंदना अभ्यास एवं कार्यालय के लेखा-जोखा संबंधी तथा पी.एफ. एवं ई.एस.आई. पर उपयुक्त जानकारी दी गई एवं सोशल मीडिया पर होने वाली गतिविधियों पर अपनी जानकारी बनाए रखने का निर्देश दिया गया। छठे सत्र में आगंतुक सभी प्रधानाचार्य के समस्याओं का समाधान किया गया। अंत में स्वाती दीदी जी के द्वारा गीत प्रस्तुत किया गया और जमशेदपुर के विभाग प्रमुख तुलसी प्रसाद ठाकुर जी के द्वारा धन्यवाद ज्ञापन दिया गया। वंदे मातरम् से बैठक का समापन किया गया।विद्यालय के प्रधानाचार्य ,आचार्य/आचार्या, भैया/बहन एवं कर्मचारियों के सहयोग से बैठक सफलता पूर्वक संपन्न हुआ।