प्रगति सरस्वती शिशु विद्या मंदिर, बिरसानगर विद्यालय में कक्षा दशम के भैया/बहनों का विदाई समारोह संपन्न हुआ
विदा होकर आज यहाँ से चले जाओगे, पर हमें आशा है कि जहाँ भी जाओगे हमारे दिए गए ज्ञान और संस्कार से भविष्य में खुशियाँ एवं तरक्की ही पाओगे
जमशेदपुर। मंगलवार को विद्यालय में कक्षा दशम के भैया/बहनों का विदाई समारोह किया गया। विदाई का अंग्रेजी अनुवाद है Farewell जिसका अर्थ है…..Fare यानी सफर और Well यानि अच्छा अर्थात एक अच्छे सफर पर आगे बढ़ने लिए शुभ आशीर्वाद देने का दिन। एक दिन इन भैया/बहनों ने अपने नन्हे-नन्हे कदमों और अपने निश्चल मन के साथ विद्यालय के प्रांगण में प्रवेश किया और हम सभी आचार्यगण इन्हें अपने प्रेम एवं समर्पण से बारह वर्षों तक ज्ञान एवं क्रियाकलाप के द्वारा इनके अंदर अदभुत ज्योत जगाने की निर्मल कोशिश की, उसका ही अद्वितीय प्रदर्शन देखने की इच्छा की अभिलाषा रखते हुए इन्हें अपने पूर्ण शक्ति के साथ कर्तव्य पथ पर आगे बढ़ने के लिए शुभ आशीर्वाद देने हेतु इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत विद्यालय के अध्यक्ष श्री भोला कुमार मंडल एवं प्रधानाचार्य श्री सुरेश कुमार राय के कर कमलों से किया गया। प्रधानाचार्य जी एवं अध्यक्ष ने भैया/बहनों को जीवन में लक्ष्य निर्धारित कर आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित किया एवं कठोर परिश्रम एवं लगन के महत्व को बताया। अकुल आचार्य ने भैया/बहनों को जीवन में आने वाली परेशानियों का डटकर सामना करने के लिए प्रेरित किया एवं सदा जीवन में सच्चाई ईमानदारी को बनाए रखने की प्रेरणा देते हुए कहा कि….
“अभी तो असली मंजिल पाना बाकी है,
अभी तो इरादों का इम्तिहान बाकी है,
अभी तो तोली है मुठ्ठी भर जमीन,
अभी तो तोलना सारा आसमान बाकी है…।।”
कक्षा नवम के भैया/बहनों ने कक्षा दशम के भैया बहनों को उपहार दिया और मुंह मीठा करवाया। कक्षा दशम के भैया/बहनों ने विद्यालय के अध्यक्ष जी, प्रधानाचार्य जी, सभी आचार्यों, सेवक एवं द्वारपाल को अपने प्यार स्वरुप उपहार देकर सम्मानित किया। विदाई की बेला बहुत ही मार्मिक होती है साथ ही खुशी भी देती है कि सभी भैया/बहन अपने भविष्य के कर्तव्य पथ अग्रसर हो रहे हैं। कार्यक्रम का संचालन कक्षा नवम की बहन पूजा गोराई और किरण रविदास के द्वारा किया गया एवं धन्यवाद ज्ञापन अंजय आचार्य जी के द्वारा किया गया।