प्रगति सरस्वती शिशु विद्या मंदिर, बिरसानगर’ विद्यालय की बहनों ने ‘संकूल स्तरीय बालिका व्यक्तित्व विकास’ कार्यक्रम में सभी वर्गों में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त कर अपना परचम लहराया
जीवन की कला को अपने हाथों से साकार कर, नारी ने संस्कृति का रूप निखारा है
नारी का अस्तित्व ही सुन्दर जीवन का आधार है
जमशेदपुर। पद्मावती जैन सरस्वती शिशु विद्या मंदिर, रसूनचचोपा’ में आयोजित ‘संकुल स्तरीय बालिका व्यक्तित्व विकास’ कार्यक्रम में विद्यालय के बालिकाओं ने सभी वर्गों में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त कर अपना परचम लहराया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि श्री अभय कुमार जी (प्रखंड विकास पदाधिकारी),श्री द्विवेदी, जिला परिषद सदस्य श्री सूरज मंडल , विशेष उपस्थिति के रूप में उपस्थित समाजसेवी श्री मनोज सरदार जी, श्री राजू सरदार जी, संकुल प्रमुख श्री रंजय राय जी उपस्थित थे । कार्यक्रम का शुभारंभ श्री अभय कुमार द्विवेदी जी के द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया। इस अवसर पर सभी अतिथियों को शिशु मंदिर रसुनचोपा के प्रधानाचार्य श्री मानस कुमार कर के द्वारा श्रीफल एवं अंग वस्त्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर प्रखंड विकास पदाधिकारी श्री अभय कुमार द्विवेदी जी संबोधित करते हुए कहा कि बालिकाओं को पढ़ाई के अलावा और भी विशिष्ट कार्यक्रम विशेष प्रकार की कला अन्य गतिविधियों में भी निपुण होना चाहिए। मेरा मन यह सुनकर खुश हो जाता है कि आजकल किसी भी क्षेत्र में हो 10वीं 12वीं तथा I.A.S जैसे परीक्षाओं में भी बालिकाएं ही प्रथम स्थान प्राप्त कर रही हैं और वह भी गांव के बालिकाएं l अपने अंदर राष्ट्रवाद का भाव लाना है। स्थानीय विद्यालय के प्रधानाचार्य ने संबोधन करते हुए कहा कि…..
“यत्र नार्यस्त पूज्यन्ते रमंते तत्र देवता”
अर्थात जहां स्त्रियों की पूजा की जाती है, सम्मान किया जाता है वहां भगवान बसते हैं।
इसलिए नारी सशक्तिकरण पर समाज को ध्यान देना चाहिए एक बेटी जब जन्म लेती है, मां बाप के होठों पर खुशियां लाती है, भगिनी के रूप में भाई के मंगल के लिए ईश्वर से कामना करती है फिर पत्नी बनकर पति का जीवन भर साथ निभाती है और आगे मां बनकर संतान के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर करती है। इस कार्यक्रम के तहत विभिन्न विद्यालयों से आए हुए बालिकाओं के व्यक्तित्व विकास के लिए तरह-तरह के खेलों जैसे हांडी फोड़, सुई धागा, रेस वॉल हैंगिंग, मैथमेटिकल रेस आदि एवं रंगोली,थाल सज्जा,मेंहदी, सामुहिक गीत, एकल नृत्य आदि प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में सरस्वती शिशु विद्या मंदिर बागबेड़ा के प्रधानाचार्य श्री रंजय राय, (संकूल प्रमुख), सरस्वती शिशु विद्या मंदिर शास्त्री नगर के प्रधानाचार्य श्री विजय शंकर सिंह, सरस्वती शिशु विद्या मंदिर बिरसानगर के प्रधानाचार्य श्री सुरेश राय, सरस्वती शिशु विद्या मंदिर हेसल के प्रधानाचार्य श्री सुमन बेसरा, सरस्वती शिशु विद्या मंदिर बंगाली भाषा के प्रधानाचार्य श्री सोनाराम ज्योतिषी, कव्वाली के प्रधानाचार्या श्रीमती सविता महतो, सरस्वती शिशु विद्या मंदिर हल्दी पोखर के प्रतिनिधि श्री अनूप भट्ट मिश्र एवं रसूनचोपा के प्रधानाचार्य श्री मानस कुमार कर उपस्थित थे । समापन समारोह में जिला परिषद सदस्य श्री सूरज मंडल का आगमन हुआ उन्होंने बच्चों को पुरस्कृत किया और अंत में स्थानीय विद्यालय के उपाध्यक्ष श्री प्रभात कुमार बेरा के द्वारा धन्यवाद ज्ञापन किया गया। अंत में राष्ट्रगीत के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।