पुलिस कस्टडी में मौत या फिर सुसाइड, आखिर क्या है युवक की मौत का सच? लीपापोती में जुटी बाराबंकी पुलिस
राजेश कुमार झा
बाराबंकी : उत्तर प्रदेश के जिला बाराबंकी में पुलिस कस्टडी में युवक की मौत का बेहद गंभीर आरोप लगा है. जानकारी के मुताबिक एक युवक का गांव के कुछ अन्य लोगों से किसी बात को लेकर विवाद हुआ था, जिसकी सूचना के बाद मौके पर पहुंची डायल 112 ने जांच पड़ताल शुरू की. इसी दौरान मेडिकल के लिए लेकर पहुंची पुलिस की कस्टडी से एक शख्स भाग निकला और सुबह उसका शव थाने के पास ही एक पेड़ से लटका मिला.
परिजनों का आरोप है कि युवक की मौत पुलिस कस्टडी में हुई है और उसे सुसाइड का रूप दिया जा रहा है. वहीं पुलिस पूरे मामले पर लीपापोती करने में जुटी है और आरोपों से इनकार कर रही है.
दरअसल ये पूरा मामला हैदरगढ़ थाना क्षेत्र के मनीपुर गांव का है. जहां खेत में जुताई के दौरान दो पक्ष आपस में भिड़ गए, जिसकी सूचना चंद्रिका नाम के एक शख्स ने डायल 112 को दी. सूचना पर पहुंची पुलिस ने त्रिभुवन और रामबक्श नाम के शख्स को पीवीआर से सीएचसी भेजा. जबकि उमेश नाम के शख्स को 108 से सीएचसी भिजवाया गया.
वहीं दूसरी तरफ पुलिस को सूचना देने वाला चंद्रिका अपने साथ राजेंद्र नाम के शख्स को लेकर थाने पहुंचा. जहां से उसे पुलिस के साथ मेडिकल के लिए सीएचसी भिजवाया गया, लेकिन पुलिस का कहना है कि सीएचसी के गेट से ही राजेंद्र वहां से भाग निकला. इसके बाद पुलिस ने मौके पर काफी तलाश की लेकिन वह वहां नहीं मिला और उसका शव सुबह पेड़ से लटकता हुआ पाया गया.
परिजनों का पुलिस कस्टडी में मौत का आरोप
बताते चलें कि मृतक राजेंद्र हैदरगढ़ थाना क्षेत्र के मझगवां गांव का रहने वाला था. उसके परिजनों का आरोप है कि पुलिस कस्टडी में ही युवक की मौत हुई है और पूरे मामले को दबाने के लिए उसे पेड़ से लटका दिया गया है.
परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने मृतक राजेंद्र के पिता को अभी भी थाने में बिठा रखा है और उसे छोड़ नहीं रही है जिससे नाराज सैकड़ों की संख्या में पहुंचे लोगों ने लखनऊ-सुल्तानपुर हाईवे को जाम कर दिया और नारेबाजी करने लगे. वहीं घटना की सूचना मिलते ही पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे. हालांकि पुलिस का आरोपों से इनकार कर रही है. उसका कहना है कि राजेंद्र सीएचसी के गेट से ही भाग गया था, जिसके बाद सुबह उसका शव पेड़ से लटकता मिला है.
घटना के हर एंगल की जांच में जुटी पुलिस
हालांकि पुलिस पूरे मामले पर लीपापोती करने में जुटी है और आरोपों से इनकार कर रही है. ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि जब पुलिस राजेंद्र का मेडिकल कराने पहुंची थी तो वह उसकी कस्टडी से कैसे भागा. वहीं मौके पर पहुंचे बाराबंकी के अपर पुलिस अधीक्षक डॉ. अखिलेश नारायण सिंह ने बताया युवक का शव पेड़ से लटकता हुआ सुबह पाया गया है, उसे पुलिस मेडिकल के लिए सीएससी लेकर पहुंची थी जहां से वह गायब हो गया था. फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच पड़ताल कर रही है जो भी इस घटना में दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी.