पश्चिमी सिंहभूम समाहरणालय कर्मियों ने काला बिल्ला लगाकर प्रकट किया अपना विरोध
सरकार अविलम्ब हमारी नौ सूत्री मांगो को करे पूरा नहीं तो होगा अनिश्चितकालीन हड़ताल : ललितेश्वर महतो
*कार्य के अनुसार लिपिकों का वेतन है चिंताजनक, सरकार करे विचार – मनोज कुंटिया*
*हमारी सभी नौ सूत्री मांग जायज, सरकार को इसपर करना चाहिए विचार – अतुल कुमार*
*नौ सूत्री मांग नहीं पूरी होने पर पुरे राज्य के प्रखंड,अंचल,अनुमंडल सहित जिला मुख्यालय के कर्मी 22 जुलाई से करेंगे हड़ताल*
चाईबासा। झारखंड राज्य अनुसचिवीय कर्मचारी संघ समाहरणालय संवर्ग झारखण्ड राज्य अध्यक्ष राजेश रंजन दुबे एंव महासचिव बीरेंद्र कुमार यादव के नेतृत्व में पुरे राज्य के समाहरणालय संवर्ग के कर्मियों ने अपनी नौ सूत्री मांग को लेकर 14 जुलाई को रांची राजभवन के समीप धरना प्रदर्शन किया था। उक्त धरना प्रदर्शन के पश्चात् सभी जिलों में संघ के द्वारा अपनी मांग पूरी करवाने के लिए संवैधानिक तरीके से कालाबिल्ला, कलमबंद हड़ताल तथा कैडिल मार्च का आयोजन करते हुए सरकार के प्रति अपना विरोध प्रकट करने का निर्देश दिया गया है। इसी कड़ी में 16 जुलाई को पुरे राज्य के समाहरणालय कर्मियों द्वारा कार्यालय अवधि में काला बिल्ला लगा कर अपने कार्यों को सम्पादित किया गया । वहीं संघ के राज्य स्तरीय पदाधिकारियों द्वारा लगातार अपनी मांग को लेकर सरकार से समन्वय स्थापित करने की हर संभव प्रयास कर रहे है। पश्चिमी सिंहभूम जिला अध्यक्ष ललितेश्वर महतो तथा सचिव मनोज कुंटिया के नेतृत्व में जिले के सभी प्रखंड, अंचल,अनुमंडल तथा जिला मुख्यालय के कर्मियों ने अपनी मांगो के प्रति आवाज़ बुलंद करते हुए काला बिल्ला लगा कर कार्यालयों के कार्यों को सम्पादित किया। इस दौरान ललितेश्वर महतो ने कहा की सरकार अविलम्ब हमारी मांग को पूरी करें नहीं तो मजबूरन हमें अनिश्चितकालीन हड़ताल में जाना पड़ेगा। वहीं सचिव मनोज कुंटिया ने कहा की कार्य के अनुसार लिपिकों का जो वेतन और ग्रेड पे है वह चिंताजनक है, सरकार को इस पर विचार करना चाहिए। उपाध्यक्ष अतुल कुमार ने कहा की सरकार के सभी योजनाओं को धरातल पर उतारने में हम कर्मियों का विशेष योगदान रहता है ऐसे में सरकार को भी हमारी जरूरतों का ध्यान रखना बेहद जरुरी है यदि सरकार हमारी नौ सूत्री मांगो को नहीं मानती है तो हमें एकजुट होकर इसका विरोध करना होगा। जानकारी हो की नौ सूत्री मांग में ग्रेड वेतन में सुधार, पदनाम को परिवर्तित करना, प्रोन्नति की कालावधि को कम करना, एमएसीपी 10 के जगह 8 वर्षों में स्वीकृत करना, सीमित परीक्षा में सीट रिजर्व तथा ग्रेड वेतन में सुधार, अनुसेवी संवर्ग के कर्मियों को लिपिक में प्रोन्नति, अनुबंध कर्मियों को नियमित करना तथा सविंदा पर कार्यरत कर्मियों को सीधे सरकार के माध्यम से अनुबंध पर रखा जाना शामिल है। इन मांगो को लेकर सभी कर्मी काला बिल्ला लगा कर विरोध प्रदर्शन कर रहे है। इस दौरान स्थापना शाखा के कार्यालय अधीक्षक रूप सिँह बानरा, हरिकृष्ण लागुरी, प्रधान लिपिक वील्सन डांगा, ऋषि बोईपाई, दिलीप बिरुआ, गुमड़ी आलडा, सुनील बड़ाइक, दिलीप हेमब्रम, निराला करकेट्टा, सदानंद रजक, लिपिक मयंक कुमार, पवन तांती, सुमन प्रधान, कुमार अभिषेक, तपन साहू, अरूण महाराणा, मनीषा कुमारी, अमृत महतो अनुसेवी संघ के अध्यक्ष सुबल कुमार शिट, अभिषेक कारवा, पुतुल देवी दुम्बी गोप सहित कई कर्मी उपस्थित थे।