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दिवंगत पत्रकार चंदन तिवारी की पत्नी की अनुकंपा पर नियुक्ति के लिए गृह विभाग ने चतरा उपायुक्त को भेजा पत्र

झारखण्ड जर्नलिस्ट एसोसिएशन के प्रतिनिधिमंडल को उपायुक्त ने जल्द कार्यवाही का दिया आश्वासन


चतरा। भारती श्रमजीवी पत्रकार संघ (बीएसपीएस) की झारखंड इकाई झारखंड जर्नलिस्ट एसोसिएशन का एक शिष्टमंडल सोमवार को चतरा समाहरणालय स्थित कार्यालय कक्ष में उपायुक्त अबु इमरान से मुलाकात की। उपायुक्त से मुलाकात करने वालो में झारखंड जर्नलिस्ट एसोसिएशन चतरा जिला इकाई के अध्यक्ष मामून रशीद, पूर्व जिलाध्यक्ष धर्मेंद्र पाठक एवं बीएसपीएस के राष्ट्रीय पार्षद अजीत सिन्हा शामिल थे। शिष्टमंडल ने पत्थलगड़ा के दिवंगत पत्रकार चंदन तिवारी की पत्नी नेहा शुक्ला को अनुकंपा के आधार पर उनकी शैक्षणिक योगिता के अनुसार दिए जाने संबंधित झारखण्ड गृह विभाग द्वारा जारी पत्र के आलोक में शीघ्र कार्यवाही का आग्रह किया।शिष्टमंडल ने उपायुक्त अबु इमरान से दिवंगत पत्रकार की पत्नी को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर नियुक्ति पत्र देने की मांग की। जिस पर उपायुक्त ने सकारात्मक पहल करते हुए आगे की कार्रवाई का भरोसा शिष्टमंडल में शामिल पत्रकारों को दिलाया।
ज्ञात हो कि इस बाबत राष्ट्रीय महासचिव शाहनवाज़ हसन एवं प्रदेश अध्यक्ष विष्णु शंकर उपाध्याय के नेतृत्व में एक शिष्टमंडल ने मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन एवं मुख्य सचिव सुखदेव सिंह से मिलकर मांगपत्र सौंपा था।गृह विभाग द्वारा जारी पत्र के आलोक में आज चतरा उपायुक्त से झारखंड जर्नलिस्ट एसोसिएशन की चतरा इकाई ने जल्द कार्यवाही की मांग की है।
गौरतलब है कि पत्थलगड़ा के पिंटू सिंह ने मनरेगा में 4.50 लाख के तालाब निर्माण का कार्य जेसीबी से करवाया था। इस संबंध में दिवंगत पत्रकार चंदन तिवारी ने अनियमितता को लेकर प्रमुखता से खबर प्रकाशित की थी। जिसके बाद प्रखंड प्रशासन द्वारा संवेदक को योजना निर्माण का भुगतान रोक दिया गया था।पुलिस की रिपोर्ट के अनुसार इस बात से बौखलाए पिंटू सिंह अपने दो सहयोगी जमुना प्रसाद और मुसाफिर राणा के साथ मिलकर 29 अक्टूबर 2018 की रात चंदन तिवारी को घर से धोखे से बुलाकर सौदावरी जंगल ले गए और वहां उसकी लाठी-डंडों से पीट पीट कर निर्मम हत्या कर दी थी। इसके बाद तीनों मिलकर चंदन के शव को बाइक से बलथरवा-मुड़मुड़ मोरंग रोड के किनारे फेंक कर भाग निकले थे। चंदन को खोजने निकले परिजनों को उसका शव 30 अक्टूबर 2018 की सुबह मिला था। जिसके बाद तीनो हत्यारे के विरुद्ध पत्थलगड़ा थाना में मामला दर्ज कराया गया था। इस घटना के बाद झारखंड जर्नलिस्ट एसोसिएशन ने आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग करते हुए दिवंगत पत्रकार चंदन तिवारी की पत्नी को नौकरी देने की मांग तत्कालीन मुख्यमंत्री से की थी।फिलहाल तीनों आरोपियों को झारखण्ड उच्च न्यायालय से जमानत मिल गई है,जिसके विरुद्ध बीएसपीएस ने उच्चतम न्यायालय में जमानत रद्द करने के लिए पिटीशन दायर किया है।

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