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पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी ने केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से की मुलाकात

– ज्ञापन सौंपकर सोनारी में ‘उड़ान’ योजना के तहत छोटे विमान सेवा प्रारंभ करने की मांग की

जमशेदपुर: देवघर एयरपोर्ट के उद्घाटन के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ देवघर पहुंचे नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता सह पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी ने मुलाकात की। इस दौरान कुणाल षाड़ंगी ने उनके देवभूमि देवघर आगमन पर उन्हें स्मृति चिन्ह के रूप में शिवलिंग और अंगवस्त्र भेंटकर स्वागत किया। कुणाल षाड़ंगी ने केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से जमशेदपुर की जनता की भावनाओं से अवगत कराते हुए ‘उड़ान’ योजना के तहत जमशेदपुर में छोटे हवाई जहाज की सेवा प्रारंभ करने की मांग की। कुणाल षाड़ंगी ने इस बाबत ज्ञापन सौंपकर उनका ध्यान आकृष्ट कराते हुए छोटे जहाजों की सेवा प्रारंभ करने की मांग की। ज्ञापन में कुणाल षाड़ंगी ने बताया कि जमशेदपुर झारखण्ड की औद्योगिक राजधानी है। परंतु वैश्विकरण के परिपेक्ष में प्रांसगिक रहने हेतु इसका व्यवसायिक हवाई सेवा से जुड़ना अनिवार्य है। बताया कि वर्तमान में जमशेदपुर स्थित सोनारी हवाई अड्डे का क्षेत्रफल लगभग 25 एकड़ है, जहाँ पूर्व में वर्ष 2009 तक किंगफिशर और एमडीएलआर की कंपनियां व्यवसायिक सेवा दे रही थी। यात्रियों की संख्या में प्रर्याप्त वृद्धि होने के बावजूद किन्हीं आंतरिक कारणों से ये सेवा बंद हो गयी है। वर्ष 2012 में जमशेदपुर के निकट गम्हरिया एवं 2019 में धालभूमगढ़ में हवाई अड्डा बनाने हेतु राज्य सरकार ने भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एयरपोर्ट ऑथोरिटी ऑफ इंडिया) के साथ एमओयू किया था। परंतु अब तक जमशेदपुर वासियों को व्यवसायिक हवाई सेवा से वंचित रहना पड़ा है। कुणाल षाड़ंगी ने बताया कि जब तक जमशेदपुर में बड़े हवाई जहाजों के उतरने हेतु उपयुक्त हवाई अड्डा नहीं बन जाता, तब तक ‘उड़ान’ योजना के अन्तर्गत छोटे हवाई जहाज जैसे एटीआर सेवा के लिए उपयुक्त सोनारी हवाई अड्डे से व्यवसायिक हवाई सेवा को अविलम्ब आरंभ किया जाये। जिससे कि लौहनगरी जमशेदपुर की व्यवसायिक गतिविधियों को और बल मिल सके।
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने आश्वस्त किया है कि शीघ्र ही इन विषयों पर अध्ययन कर जमशेदपुर में छोटे हवाई जहाज की सेवा हेतु पहल की जाएगी। जिससे व्यापारी एवं छात्र-छात्राओं को सुविधा मिल सके।

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