तुलसी भवन में साहित्यकार भंजदेव देवेंद्र की पुस्तक मौन हृदय का खोलेंगे का हुआ लोकार्पण
जमशेदपुर। साहित्य समिति, तुलसी भवन द्वारा संस्थान के प्रयाग कक्ष में नगर के वयोवृद्ध साहित्यकार श्री भंजदेव देवेन्द्र कुमार व्यथित के सम्मान में प्रकल्पित एवं दिव्येदु त्रिपाठी के सम्पादन में प्रकाशित साझा काव्य संग्रह ” मौन हृदय का खोलेंगे ” का लोकार्पण किया गया । संग्रह में भंजदेव देवेन्द्र कुमार ‘व्यथित’ के अलावे ब्रजेन्द्रनाथ मिश्र, राजेश चरण, नीरज नयन त्रिपाठी, माधवी उपाध्याय, सुस्मिता मिश्रा ‘सलिलात्मजा’ तथा दिव्येन्दु त्रिपाठी की रचनाएँ संकलित हैं । समारोह की अध्यक्षता संस्थान के न्यासी अरुण कुमार तिवारी तथा संचालन साहित्य समिति की उपाध्यक्ष डाॅ० वीणा पाण्डेय ‘भारती’ ने की । जबकि स्वागत वक्तव्य मानद महासचिव प्रसेनजित तिवारी ने दिया । इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रुप में नगर के सुप्रसिद्ध साहित्यकार दिनेश्वर प्रसाद सिंह ‘दिनेश’ जी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का आरंभ दीप प्रजवलन के बाद श्रीमती उपासना सिन्हा के सस्वर सरस्वती वंदना से हुआ —
” माँ शारदे , तेरी मैं करुँ वंदना……।”
कार्यक्रम के दौरान मंचासीन अतिथियों के साथ सभी सहयोगी रचनाकारों को पुष्पगुच्छ, अंगवस्त्र एवं स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया । तत्पश्चात सबों ने लोकार्पित पुस्तक से अपनी एक – एक रचनाओं का पाठ किया ।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि श्री दिनेश्वर प्रसाद सिंह ‘दिनेश’ ने अपने उदबोधन में कहा कि ‘मौन हृदय का खोलेंगे ‘ एक सराहनीय प्रयास है जिसमें भंजदेव देवेन्द्र कुमार व्यथित जैसे निस्पृह कलमकार की रचनाओं को संकलित किया गया है। साथ ही उन्होंने नए रचनाकारों को कुछ आवश्यक सुझाव भी दिए । जबकि कार्यक्रम अध्यक्ष अरुण कुमार तिवारी ने भंजदेव जी के साथ पुस्तक के सम्पादक एवं अन्य रचनाकारों को बधाई देते हुए भविष्य में इस तरह के कार्य करते रहने के लिये शुभकामनाएँ दी।
मौके पर मुख्य रुप से सर्वश्री / श्रीमती यमुना तिवारी ‘व्यथित’, डाॅ० अजय कुमार ओझा, कैलाश नाथ शर्मा ‘ गाजीपुरी’ , हरिहर राय चौहान, डाॅ. उदय प्रताप हयात, निवेदिता श्रीवास्तव, सुरेश चन्द्र झा, वसंत जमशेदपुरी, प्रदीप कुमार मिश्र, विन्ध्वासिनी तिवारी, बलविन्दर सिंह, डाॅ० दिलीप कुमार ओझा ‘विभोर’, अरुणा भूषण शास्त्री, सविता सिंह मीरा, सुदीप्ता जेठी राउत, शिप्रा सैनी मौर्या, वीणा कुमारी नंदिनी, पिंकी सिन्हा, जितेश कुमार तिवारी, रीना सिन्हा, शकुन्तला शर्मा, ममता कर्ण ‘मनस्वी’ उपस्थित रहे ।
अंत में साहित्य समिति के उपाध्यक्ष कैलाश नाथ शर्मा ‘गाजीपुरी’ ने इस सफल आयोजन के लिये उपस्थित लोगो के प्रति आभार व्यक्त किया । इसके बाद सामुहिक राष्ट्रगान के साथ आयोजन सम्पन्न हुआ ।