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डॉ रजनी शर्मा ‘चंदा’ “पहली महिला” पुस्तक में प्रकाशित

जमशेदपुर: विश्व कीर्तिमान प्राप्त काव्य संग्रह में डॉ रजनी शर्मा ‘चंदा’ की रचना ‘पहली भारतीय महिला स्नातक कादंबिनी गांगुली’ प्रकाशित हुई हैं। डॉ रजनी शर्मा चंदा ने भारत की प्रथम महिला स्नातक कादंबिनी गांगुली के जीवन को काव्य रूप में प्रस्तुत किया है। ज्ञातव्य है कि कादंबिनी गांगुली प्रथम भारतीय महिला स्नातक थीं। साथ ही उन्होंने पहली बार विदेश में चिकित्सा शास्त्र की डिग्री हासिल की, यूरोपियन मेडिसिन का प्रशिक्षण और महिला रोग विशेषज्ञ के रूप में भी उन्होंने भारत में सबसे पहली बार डिग्री हासिल किया ।समाज के उत्थान के लिए वह कर्तव्य परायण थी। राजनीति में भी उन्होंने सबसे पहले मद्रास अधिवेशन में सबसे प्रथम बार भाषण देने वाली महिला बनी। बंकिमचंद्र और महात्मा गांधी के विचारों से वह बहुत प्रभावित थीं। समाज कल्याण महिलाओं के लिए कार्य और देश भक्ति के लिए कदंबिनी गांगुली जानी जाती थी।
कदंबिनी गांगुली के जीवन चरित्र के अनुसार ही डॉक्टर रजनी शर्मा अपने परिवार की पहली महिला स्नातक हैं ।साथ ही अपने परिवार में सबसे पहले बायोकेमिक होम्योपैथी चिकित्सा शास्त्र की डिग्री उन्होंने हासिल किया है। अपने परिवार में सबसे पहली साहित्यकार है और समाज सेवा जन कल्याण में सदैव बढ़-चढ़कर हिस्सा लेती है। यह सांझा संकलन ‘अंतर्राष्ट्रीय काव्य प्रेमी मंच’ तंजानिया में डॉ ममता सैनी के द्वारा संपादित की गई है ।इसमें कुल 124 महिला कवयित्रियों ने अपने अपने क्षेत्र में प्रथम रहे विभिन्न भारतीय महिलाओं के सम्मान में उनके जीवन को रचना के माध्यम से लिखा । इसका आयोजन फेसबुक तथा यूट्यूब चैनल पर ऑनलाइन के माध्यम से किया गया इस कार्यक्रम में भारत सहित अमेरिका, जर्मनी , रूस, कतर, सिंगापुरष तंजानिया, फिलीपींस, केन्या, कनाडा, बहरीन, युगांडा, अबूधाबी, नाइजीरिया, नेपाल आदि देशों के प्रवासी कवयित्रियों ने भी अपनी प्रतिभागिता दर्ज की है। विभिन्न क्षेत्रों में भारतीय महिलाओं के जीवन कर्म और उपलब्धियों को केंद्र में रखकर काव्य रचनाएं सृजित की गई। इन कविताओं को संग्रहित कर “पहली महिला” पुस्तक में संकलित किया गया है। इस काव्य संग्रह को गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में सम्मिलित होने का विश्व कीर्तिमान स्थापित किया गया है। इस पुस्तक में भारतीय उच्चायुक्त संजीव कोहली, हाई कमीशन ऑफ इंडिया संतोष जी आर, लक्ष्मी शंकर बाजपेई, डॉ कीर्ति काले सहित अनेक गणमान्य लोगों के शुभकामना संदेश अंकित है। भारत के स्थापित कवियों के साथ-साथ नवांकुर कवियों ने कार्यक्रम को ऊंचाइयों प्रदान किया। इस संकलन के लिए डॉ रजनीश शर्मा को गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड का सम्मान पत्र भी प्रदान किया गया है। समाज के प्रसिद्ध साहित्यकारों, मित्रों एवं परिवार के लोगों ने उन्हें बधाई एवं शुभकामनाएं प्रेषित की है।

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