पूर्व मुख्यमंत्री के बयान से यह साफ जाहिर है कि टाटा मोटर्स के मजदूरों का श्रम विभाग के भ्रष्ट पदाधिकारीयों और फर्जी यूनियन के आङ में प्रबंधन शोषण

जमशेदपुर । पूर्व मुख्यमंत्री के बयान से यह साफ जाहिर है कि टाटा मोटर्स के मजदूरों का श्रम विभाग के भ्रष्ट पदाधिकारीयों और फर्जी यूनियन के आङ में प्रबंधन शोषण कर रही है रघुवर दास ने जो वेतन में सुरक्षा सूचकांक का गायब होने की जानकारी नहीं देने का विरोध किया है, वही टेल्को वर्कर्स यूनियन निबंधन संख्या 98 वेतन समझौता के अनुसार मजदूरों का 1600 रुपया वेतन में सुधार कर जल्द वापस करने का मांग करता है। टाटा मोटर्स में मजदूरों का प्रतिनिधित्व करने वाली फर्जी यूनियन मजदूरों का अधिकृत प्रतिनिधि नहीं है क्योंकि यह यूनियन प्रबंधन का पॉकेट यूनियन है जिसका निर्माण प्रबंधन के निरीक्षण में हुआ है मजदूरों द्वारा निष्पक्ष चुनाव से चुनी गई यूनियन एकमात्र टेल्को वर्कर्स यूनियन है जो मजदूरों का प्रतिनिधित्व और हितों की रक्षा कर सकता है। टाटा मोटर्स प्रबंधन से टेल्को वर्कर्स यूनियन के उपाध्यक्ष आकाश दुबे और हर्षवर्धन का कहना है कि टेल्को वर्कर्स यूनियन निबंधन संख्या 98 टाटा मोटर्स के मजदूरों की आत्मा है और इस यूनियन को मारने का जितना प्रयास करेगी वह विफल रहेगा।