टाटा फुटबॉल अकादमी ने 15वां दीक्षांत समारोह आयोजित किया
जमशेदपुर : टाटा फुटबॉल अकादमी (TFA) ने आज जमशेदपुर के कूडी महंती ऑडिटोरियम में अपना 15वां दीक्षांत समारोह आयोजित किया। इस अवसर पर देश के 7 राज्यों से आए कुल 28 कैडेट्स ने अकादमी से ग्रेजुएट की उपाधि प्राप्त की।
इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में
चाणक्य चौधरी, वाइस प्रेसिडेंट, कॉरपोरेट सर्विसेज, टाटा स्टील और विशिष्ट अतिथि के रूप में ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन (एआईएफएफ) के अध्यक्ष एवं भारतीय ओलंपिक संघ के संयुक्त सचिव कल्याण चौबे ने शिरकत की।
मुख्य अतिथि चाणक्य चौधरी, जो टाटा फुटबॉल अकादमी के चेयरमैन भी हैं, ने 2024 के ग्रेजुएशन बैच के सभी सदस्यों को इस महत्वपूर्ण उपलब्धि पर बधाई दी। उन्होंने जोर देकर कहा कि टाटा स्टील में खेल एक जीवनशैली है और खेल हमेशा टाटा स्टील का अभिन्न हिस्सा रहा है।
विशिष्ट अतिथि कल्याण चौबे ने टाटा फुटबॉल अकादमी के पहले बैच के कैडेट के रूप में अपने पुराने दिनों की यादें साझा कीं।
जहां कुल 28 कैडेट्स ने अकादमी से स्नातक की उपाधि प्राप्त की, वहीं झारखंड का प्रतिनिधित्व करने वाले दो कैडेट्स ने संतोष ट्रॉफी में भाग लिया। इसके अलावा, दो कैडेट्स डूरंड कप 2024 के लिए जमशेदपुर एफसी की टीम का हिस्सा रहे।
टाटा फुटबॉल अकादमी (टीएफए) के कुल 10 कैडेट्स ने स्वामी विवेकानंद U20 राष्ट्रीय फुटबॉल चैम्पियनशिप में झारखंड राज्य टीम का प्रतिनिधित्व किया, जबकि कैडेट सोनम त्सेवान ल्होकहम ने एसएएफएफ U20 चैम्पियनशिप में भारत का प्रतिनिधित्व किया।
टीएफए ने 2022-23 में एआईएफएफ एलीट मान्यता प्राप्त की, जबकि जमशेदपुर एफसी के चॉवंगथु लालह्रियातपुइया को पहली टीम में पदोन्नत किया गया।
जहां तक आईएसएल (2024-25) के प्रतिनिधित्व की बात है, 16 पूर्व कैडेट्स भारतीय सुपर लीग में खेलेंगे। टाटा फुटबॉल अकादमी के 15वें बैच के स्नातक के रूप में, ये युवा खिलाड़ी अपने फुटबॉल करियर में अगला कदम उठाने के लिए तैयार हैं, साथ ही वे अकादमी में बिताए समय के दौरान सिखाए गए मूल्यों और विरासत को अपने साथ लेकर चलेंगे।
वर्तमान इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) सत्र में, टाटा फुटबॉल अकादमी (टीएफए) के 16 पूर्व कैडेट विभिन्न क्लबों के लिए खेल रहे हैं। पूर्व कैडेट दीपक मंडल और सुब्रत पॉल को पिछले वर्षों में अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
टाटा फुटबॉल अकादमी की स्थापना 1987 में हुई थी। अब तक कुल 303 कैडेट्स ने टीएफए से स्नातक की उपाधि प्राप्त की है। इनमें से 149 कैडेट्स ने देश का प्रतिनिधित्व किया है, जो कुल कैडेट्स का 49 प्रतिशत है। इसके अलावा, 24 कैडेट्स ने विभिन्न आयु वर्ग के टूर्नामेंटों में भारतीय फुटबॉल टीम की कप्तानी की है।