झारखण्ड की आदिवासी महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए एनएसडीसी ने पेरनोड रिकार्ड इंडिया फाउन्डेशन के साथ मिलाया हाथ
जमशेदपुर। कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय के तत्वावधान में कार्यरत राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) ने तेज़ी से विकसित होती मल्टीनेशनल एल्कॉहल बेवरेज कंपनी पेरनोड रिकार्ड इंडिया फाउन्डेशन के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया है, जिसके तहत झारखण्ड के गुमला ज़िले में एक मल्टी-स्किलिंग सेंटर की स्थापना की जाएगी। यह साझेदारी स्थानीय आदिवासी महिलाओं को सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। सेंटर बुवाई से लेकर कटाई तक कृषि के हर चरण से जुड़े सभी पहलुओं जैसे आधुनिक तकनीक और रूझानों तक को समझने के लिए मुख्य हब की तरह काम करेगा। वेद मणि तिवारी, सीओओ (ऑफिशिएटिंग सीईओ), एनएसडीसी और सशिधर वेम्पाला, चीफ़ सस्टेनेबिलिटी ऑफिसर एवं हैड सीएसआर, पेरनोड रिकार्ड इंडिया ने इस समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। यह मल्टी-स्किलिंग सेंटर महिलाओं को विभिन्न प्रकार के कृषि कौशल के साथ सशक्त बनाएगा। उन्हें पशुपालन, मछलीपालन, पशु बीमा, पशुओं की बुनियादी देखभाल- वेटेरीनेरी सेवाओं, मशरूम की खेती, दाल और अनाज की खेती, प्रोसेस्ड कोल्ड प्रेस एडिबल ऑयल युनिट, कृषि उत्पाद के संग्रहण, कोल्ड स्टोरेज, लॉजिस्टिक्स, आपूर्ति श्रृंखला, फार्म मैकेेनाइज़ेशन की प्रक्रिया एवं रखरखाव, उपकरणों की मरम्मत, मधुमक्खी पालन, शहद, पराग एवं उप-उत्पादों के संर्ग्रहण, फूड प्रोसेसिंग युनिट- होर्टीकल्चर एवं चिकित्सकीय पौधों, असेन्शियल ऑयल डिस्टीलेशन प्रशिक्षण, वैल्यू एडेड उत्पादों, कृषि पर्यटन, एरोमा थेरेपी आदि पर कौशल एवं प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस पहल की सराहना करते हुए वेद मणि तिवारी, सीओओ (ऑफिशिएटिंग सीईओ), एनएसडीसी ने कहा कि कृषि क्षेत्र में महिलाओं को कौशल प्रदान कर उन्हें सशक्त बनाया जा सकता है। इससे न सिर्फ वे आत्मनिर्भर बनती हैं बल्कि उनका अपने जीवन पर बेहतर नियन्त्रण होता है। खासतौर पर झारखण्ड में स्थिति बेहद गंभीर है जहां अधिकतर महिलाएं कृषि कार्य में सक्रिय है, लेकिन उनके पास ज़रूरी कौशल और ज्ञान नहीं है, जिससे उनका मुनाफ़ा बढ़ सके। पेरनोड रिकार्ड इंडिया फाउन्डेशन के साथ साझेदारी में हम इस समस्या को हल करना चाहतेे हैं। हम महिलाओं को आधुनिक कौशल एवं ज्ञान के साथ सशक्त बनाएंगे, उनकी उत्पादकता और आजीविका में सुधार लाने में मदद करेंगे। झारखण्ड की स्थानीय आदिवासी आबादी को स्किल एवं अपस्किल करने की प्रतिबद्धता के साथ हम आत्मनिर्भर भारत के दृष्टिकोण को साकार करने की दिशा में कदम बढ़ा रहे हैं। समाज पर सकारात्मक प्रभाव उत्पन्न करने के लिए इस दीर्घकालिक साझेदारी पर बात करते हुए यशिका सिंह, एक्ज़क्टिव वाईस प्रेज़ीडेन्ट, कॉर्पाेरेट अफ़ेयर्स, कम्युनिकेशन्स एवं एस एण्ड आर, पेरनोड रिकार्ड इंडिया ने कहा कि पेरनोड रिकार्ड इंडिया में हम महिलाओं को आजीविका के बेहतर अवसर उपलब्ध कराकर उन्हें सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमारा मानना है कि समावेशी एवं समृद्ध समाज के निर्माण केे लिए महिलाओं को कौशल विकास के द्वारा सशक्त बनाना बेहद ज़रूरी है। एनएसडीसी के साथ इन सामुहिक प्रयासों के माध्यम से हम आदिवासी महिलाओं को ऐसे कौशल एवं संसाधन उपलब्ध कराएंगे ताकि वे आत्मनिर्भर बनकर समाज के विकास में योगदान दे सकें। हमें उम्मीद है कि एनएसडीसी एवं अन्य हितधारकों के साथ काम करते हुए हम झारखण्ड एवं आस-पास की आदिवासी महिलाओं के उज्जवल भविष्य के निर्माण में योगदान दे सकेंगे।