झारखंड में व्याप्त कुपोषण का मामला मानवाधिकार हनन का बड़ा मुद्दा : मनोज मिश्रा
जमशेदपुर। झारखण्ड मे व्याप्त कुपोषण मानवाधिकार हनन का बड़ा मुद्दा है। उक्त बातें झारखण्ड मानवाधिकार संगठन के प्रमुख मनोज मिश्रा ने बारीडीह स्थित जेपीएएस स्कूल मे बतौर मुख्य अतिथि कही है। उन्होने कहा कि ऱाज्य गठन के 22 वर्षो बाद भी झारखण्ड मे कुपोषण से नौनिहालों की मौत हो रहीं है। जिसे रोक पाने मे सरकार असफल है। उन्होने बताया ऱाज्य मे जहां हर ददूसरा बच्चा कुपोषित है तो वहीँ हर दूसरी महिला एनीमिक है। उन्होने उन नौनिहालों एवं अनीमिया पीड़ित महिलाओं के मानवाधिकार की रक्षा के लिए समाज को आगे आने का आह्वान किया है। संगठन ने शहर के विभिन्न स्कूलों एवं कालेजों मे घूम घूम कर मानवाधिकार की रक्षा का संकल्प करवाया और मानवाधिकार की लड़ाई को आगे बढ़ाने का आह्वान किया। इसी क्रम मानवाधिकार के क्षेत्र मे कार्य कर रहे छात्रों को पुरुषकृत एवं सम्मानित भी किया गया। आज संगठन ने अरका जैन कॉलेज, एलबीएसएम कॉलेज सहित अनेक सैक्षणिक संस्थानो मे कार्यक्रम आयोजित किये और मानवाधिकार दिवस की प्रसंगिकता बताई। कार्यक्रम मे मंजू भामरा, सलावत महतो, डाक्टर निभा शुक्ला, ऋषि गुप्ता सहित काफ़ी अधिकारी शामिल थे।