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झारखंड में बंगाल के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और अखिलेश यादव पर ऑनलाइन एफआईआर दर्ज


मुसलमान – आदिवासी एकता मंच के राष्ट्रीय संयोजक सैयद दानियाल दानिश ने बंगाल के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी व उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के खिलाफ राष्ट्रद्रोह का ऑनलाइन मुकदमा दर्ज कराया है। बांग्लादेशी घुसपैठियों के खिलाफ हाईकोर्ट में मुकदमा लड़ने वाले सैयद दानियाल दानिश ने अपने ऑनलाइन शिकायत में लिखा है कि
मैं सैयद दानियाल दानिश रोड no: 15 मानगो ,जमशेदपुर का निवासी हूँ .मैं भारत का जिम्मेदार और जागरूक नागरिक हूँ ,झारखंड राज्य की जनता के हित में लड़ाई लड़ता हूँ.वर्तमान में बांग्लादेशी घुसपैठियों को झारखण्ड से बाहर निकालने के लिए झारखण्ड हाई कोर्ट में जनहित याचिका दायर कर घुसपैठियों को चिन्हित कर उन्हें देश से बाहर कराने का आदेश पारित करवाया है.कल मीडिया के माध्यम से जानकारी मिली कि दिनांक 21 जुलाई 2024 को कोलकाता के शहीद दिवस रैली में बंगाल के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी तथा उतर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने खुले मंच से बांग्लादेशियों को बंगाल में शरण देने की घोषणा की है .मीडिया में छपी खबरों के अनुसार उन्होंने कहा है कि “पश्चिम बंगाल के दरवाजे संकट में आये बांग्लादेशियों के लिए सदा खुले हुए हैं. हमें बांग्लादेश में मौजूदा स्थिति से संबंधित मामलों को उकसाना नहीं चाहिए. अगर बांग्लादेशी हमारे दरवाजे पर आयेंगे, तो हम उन्हें शरण देंगे” . दानिश ने FIR में लिखा है कि पूरा बंगाल ,असम और झारखंड अवैध बांग्लादेशियों से परेशान है. झारखण्ड के संथाल में लैंड जिहाद और लव जिहाद के माध्यम से राज्य के लोकल आदिवासियों की जमीन और इज्जत लूट रहे है ,वहीं लोकल मुसलमानो और आदिवासियों के बिच अपने कृत्य के कारण नफरत और अशांति भी पैदा कर रहे हैं. एक चुनी हुई मुख्यमंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री द्वारा खुले मंच से बांग्लादेशियों को भारत में बुलाना उन्हें आमंत्रित करना देशद्रोह है. इसलिए इन दोनों माननीयों पर राष्ट्रद्रोह का मुकदमा दर्ज किया जाए। मुस्लिम – आदिवासी एकता मंच के राष्ट्रीय संयोजक ने कहा कि किसी भी कीमत पर हम यह बर्दाश्त नहीं करेंगे की देश की जनता के हक में चुने गए जनप्रतिनिधि विदेशियों को खुलेआम आमंत्रित करें देश में रहने के लिए और उनके वोट बैंक बनने के लिए। देश की जनता की लाचारी उन्हें शर्मिंदा क्यों नहीं करती यह ताजुब की बात है।

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