FeaturedJamshedpur

झारखंड मुक्ति मोर्चा गठबंधन के लोग स्थानीय नीति लागू नहीं करने दे रहे हैं : झारखंडी भाषा एकता समिति

जमशेदपुर। बाबा तिलका माझी जयंती के अवसर पर झारखंडी भाषा संघर्ष समिति कोल्हान के बैनर तले भोजपुरी मगही को क्षेत्रीय भाषा के सूची में डालने के खिलाफ और खतियान आधारित स्थानीय एवं नियोजन नीति बनाने के मांग को लेकर बालीगुमा तिलका माझी क्लब से तिलक चौक डिमना तक पदयात्रा किया गया।

पदयात्रा में नारा लग रहा था
“हेमंत सोरेन वादा निभाओ”
खतियान आधारित स्थानीय और नियोजन नीति बनाना होगा”
“बाहरी भाषाओं को क्षेत्रीय भाषा के सूची से हटाना होगा”
“सीएनटी एसपीटी एक्ट को शक्ति से लागू करो”।

अंतिम में तिलका माझी चौक, डिमना में एक सभा भी किया गया।

सभा को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि झारखंड सरकार के बने 2 साल हो गया लेकिन झारखंड मुक्ति मोर्चा का खतियान आधारित स्थानीय नीति बनाने का अपना वादा अभी तक पूरा नहीं किया जो झारखंडी हो के लिए काफी चिंतनीय विषय है।

खतियान आधारित स्थानीय नीति के मांग के समर्थन में ही झारखंडी जनता ने झारखंड मुक्ति मोर्चा को 18 से बढ़ाकर 30 सीट दिया था। लेकिन झारखंड मुक्ति मोर्चा खतियान को नियोजन और स्थानीय नीति न बनाकर बाहरी भाषाओं को क्षेत्रीय भाषा के सूची में डाला गया, जो झारखंडी विरोधी काम हुआ है। झारखंड मुक्ति मोर्चा को गठबंधन के लोग डर दिखाकर खतियान आधारित स्थानीय नीति बनने नहीं दे रहा है। जबकि झारखंड मुक्ति मोर्चा यदि हिम्मत दिखाकर यदि खतियान आधारित स्थानीय नीति बनाती है तो झारखंडी जनता झामुमो को 30 बढ़ाकर 41 से भी ज्यादा सीट दिलाने का काम करेगी. झामुमो को पूर्ण बहुमत देने का काम करेगी।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से छोटू सोरेन, दिकू मुर्मू, राजकिशोर महतो, अंकुर महतो, राहुल महतो रूमपा कुमारी, जया कुमारी, जगदीश महतो, दामू प्रामाणिक, सुनील रजक, सुखदेव सिंह मुंडा, भास्कर महतो, गुणधर प्रामाणिक, शम्भू गोराई, रोहित कर्मकार उपस्थित थे।

Related Articles

Back to top button