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जेबीकेएसएस का आंदोलन टॉय- टॉय फिस्स, पांच घंटे थाना गेट पर चला हाई वोल्टेज ड्रामा

नहीं झुकी प्रशासन, बोले डीएसपी- एसडीएम कानून से बढ़कर कोई नहीं, जाएं कोर्ट की शरण में

गिरफ्त में आए ग्रामीणों के परिजन हुए मायूस, लौटे बैरंग

बुधवार को आदित्यपुर पुलिस द्वारा हथियाडीह के ग्रामीण एवं झारखंडी भाषा खतियान संघर्ष समिति के नेता प्रेम मार्डी के रिहाई की मांग को लेकर गुरुवार को जेबीकेएसएस के उग्र कार्यकर्ता ग्रामीणों के साथ अपनी गिरफ्तारी देने आदित्यपुर थाना पहुंचे. जहां करीब पांच घंटे तक चले नाटकीय घटनाक्रम के बाद अंततः कानून के शरण में जाने पर सहमत हुए. हालांकि इस दौरान प्रदर्शन करने जुटे जेबीकेएसएस के एक प्रतिनिधिमंडल ने डीएसपी एवं एसडीएम के साथ वार्ता कर कुछ मांगों को रखा जिसपर प्रशसन ने सहयोग का भरोसा दिलाया. वैसे दोनों ही अधिकारियों ने प्रतिनिधिमंडल को साफ कर दिया है कि गिरफ्तार हुए ग्रामीणों एवं उनके नेता की रिहाई में कोई मदद उनके स्तर से नहीं किया जा सकता है. इसके लिए उन्हें न्यायालय की शरण में जाना होगा. जिसके बाद ग्रामीणों के परिजनों में मायूसी छा गई. सभी बैरंग वापस लौट गए. विदित हो कि हथियाडीह के इंडस्ट्रियल पार्क में निर्माणाधीन जमना ऑटो को लेकर ग्रामीण लगातार उग्र हो रहे थे. इनका आंदोलन हिंसक रुख अख्तियार करने लगा था. इनका नेतृत्व झारखंडी भाषा खतियान संघर्ष समिति के नेता प्रेम मार्डी और और तरुण महतो कर रहे थे. बुधवार को प्रशासन ने शक्ति दिखाई और 21 ग्रामीण महिला पुरुषों के साथ प्रेम मार्डी को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. जिसके बाद से जेबीकेएसएस के नेता और कार्यकर्ताओं ने आंदोलन का रुख अख्तियार करते हुए प्रदर्शन शुरू कर दिया. हालांकि पुलिस प्रशासन की सख्ती के आगे उनकी एक न चली और सभी बैरंग वापस लौट गए हैं. आगे देखना यह दिलचस्प होगा कि क्या हथियाडीह के ग्रामीणों का जमना ऑटो को लेकर विरोध जारी रहता है ! ग्रामीणों की रिहाई कब तक होती है, और जेबीकेएसएस का अगला रुख क्या होता है. वैसे जेबीकेएसएस नेताओं ने पुलिस- प्रशासन के साथ सार्थक वार्ता होने और कानून का सम्मान करने की बात कही है।

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