झारखंड मानवाधिकार संगठन ने फंड से निर्मित एंबुलेंस को दबंगो से मुक्त कराने को लेकर चलाएगी अभियान
जमशेदपुर। जन प्रतिनिधियों के फंड से निर्मित शहर के सामुदायिक भवनो एवं प्राप्त एम्बुलेंसो को दबंगो से मुक्ति दिलाने को लेकर झारखण्ड मानवाधिकार संगठन ने अभियान चलाने का निर्णय लिया है, यह जानकारी संगठन प्रमुख मनोज मिश्रा ने ह्यूम पाइप मे आयोजित एक बैठक मे दी | उन्होने कहा कि सांसद एवं विधायक द्वारा अपने फंड से क्षेत्र के मतदाताओं की सुबिधा के लिए जहाँ सामुदायिक भवनो का निर्माण करते है तो वहीं क्षेत्र मे आपातकालीन चिकित्सिय लाभ मे विलम्ब को रोकने के लिए एम्बुलेंस प्रदान किये जाते है | उन्होने कहा है कि कलांत्तर मे सामूदायिक भवनो मे जहाँ दबंगो ने कब्ज़ा कर लिया है तो वहीं दूसरी ओर जनप्रतिनिधियों के फंड से प्राप्त एम्बुलेंस दिखाई नहीं देते | उन्होने इसकी जाँच को लेकर सरकार से पत्राचार किया है साथ ही जिला प्रशासन से भी इस दिशा मे कार्यवाही करने की मांग की गयी है | मनोज मिश्रा ने बताया कि आपातकालीन परिस्थिति मे अनेक गरीब मरीजों की जान समय पर एम्बुलेंस के नहीं मिलने के कारण नहीं बचायी जाती है | जबकि जनप्रतिनिधियों के फंड से जिले को अनेक एम्बुलेंस समय समय पर मिलते रहें है | वहीं सामुदायिक भवनो को स्थानीय दबंगो ने कब्ज़ा कर लिया है, जहाँ मनमाना शुल्क वसूली का खेल चल रहा है, जिससे गरीब वर्ग प्रताड़ित हो रहा है | उन्हे अपने सामाजिक कार्यक्रमों के लिए ऊँची कीमतों मे सामुदायिक भवन लेने को मजबूर होना पड़ रहा है | उन्होने कहा कि सभी मुहल्लो एवं बस्ती क्षेत्रों मे इन मुद्दों को लेकर जागरूकता कार्यक्रम भी चलाया जायेगा, ताकि जनता को अभियान से जोड़ा जा सके | आज के बैठक मे मनोज मिश्रा के साथ जग्गनाथ मोहंती, रेणु सिंह, अभिजीत चंदा, सलावत महतो, श्यामलाल, अनिमा दास, देबाशीष दास, रिया बनर्जी, शुभाश्री दत्ता, ऋषि गुप्ता, गुरमुख सिंह, रीना दास, सरोज देवी, सुमित्रा, सावित्री, मंजू शर्मा, सोमवारी, संजू सहित काफ़ी संख्या मे सदस्यों ने भाग लिया |