झारखंड टी.ए.सी द्वारा ईचा डैम रद्द करने की अनुशंसा करना संवैधानिक निर्णाय : सोनाराम सिंकु
चाईबासा। ईचा खरकबांध विरोधी संघ कोल्हान ने अध्यक्ष बिर सिंह बुड़ीउली के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल जनजातीय परामर्शदातृ परिषद, सदस्य सह विधायक श्री सोनाराम सिंकु से कांग्रेस भवन में मुलाकात कर ईचा डैम रद्द करने और मानसून सत्र आवाज उठाने हेतु मांग पत्र सौंपा। झामुमो की सरकार के द्वारा ईचा डैम रद्द करने हेतु जनजातीय परमर्शदातृ परिषद ने अनुशंसा कर चुकी है। वर्तमान में विधायक जी भी टी.ए.सी के सदस्य हैं। संघ के प्रतिनिधिमंडल द्वारा विधायक सोनाराम सिंकु को विस्तार से वर्तमान में चल रहे जन जागरण सह जनांदोलन और कानूनी लड़ाई के बारे में विस्तार से चर्चा किया। सर्वोच्च न्यायालय के आदेश की अवहेलना और भूमि अधिग्रहण कानून 2013 एंव जल संसाधन विभाग, पुनर्वास नीति 2012 का गौर उल्लंघन है। जिसका संघ और ग्रामीण 45 वर्षों से विरोध करते आ रहे है। विस्थापित ग्रामीण अब अपने हक अधिकार के लिए निर्णायक भूमिका में आ चुकी है। विस्थापितों न्याय दिलाने के लिए विधायक से अनुरोध किया। विधायक ने विस्तार से और गंभीरता से मामले को समझने के उपरांत संघ के प्रतिनिधिमंडल को भरोसा दिया कि आगामी मानसून सत्र में डैम के मामले को विधानसभा में रखेंगे और टी.ए.सी की बैठक में इस पर चर्चा करेंगे। यह परियोजना 1978 में कांग्रेस की सरकार में बनी थी। किंतु अब समय के साथ परिस्थिति बदल गई है। जनहित में इस परियोजना को रद्द कर दिया जाना चाहिए। झारखंड जनजातीय परामर्शदातृ परिषद द्वारा ईचा डैम को करने की अनुशंसा करना संवैधानिक निर्णय है। इसे अमल में लाया जाना चाहिए।
प्रतिनिधिमंडल में बिर सिंह बुड़ीउली, सुरा बुड़ीउली, सुरेश सोय,गणेश बारी, रोबिन अल्डा, एंव आंदोलकारी शामिल थे।